Shani Amavasya: शनि अमावस्या पर पढ़ें शनिदेव के 10 प्रिय नाम

Webdunia
पुराणों के अनुसार महर्षि पिप्लाद ने शनिदेव की संतुष्टि के लिए उनके 10 नामों की रचना की है। जनमानस में यह बात मानी जाती हैं कि शनि का जिक्र होते ही व्यक्ति के मन में भय व शंका का भाव आता है। जबकि सच यह है कि शनि ग्रह थोड़ी-सी स्तुति से तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं। 
 
अगर आप शनिदेव के इन नामों का उच्चारण प्रतिदिन प्रातःकाल में स्नान करके करते हैं तो वह व्यक्ति शनि की प्रतिकूलता, साढ़ेसाती, ढैया आदि किसी भी प्रकार का कष्ट दूर होकर शनि कृपा होती है। अगर आप शनिश्चरी अमावस्या (Shanichari Amavasya) पर शनि के इन 10 नामों का उच्चारण निरंतर करते हैं तो यह सोने पे सुहागा वाली बात होगी यानी कि शनिदेव प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाएंगे। 
 
शनिदेव के 10 नाम
 
नमस्ते कोण संस्थाय पिंगलाय नमोऽस्तुते। 
नमस्ते बभ्रुरुपाय कृष्णाय नमोऽस्तुते॥ 
 
नमस्ते रौद्रदेहाय नमस्ते चांतकायच। 
नमस्ते यमसंज्ञाय नमस्ते सौरये विभो॥ 
 
नमस्ते मंदसंज्ञाय शनैश्चर नमोऽस्तुते। 
प्रसादं कुरू देवेश दीनस्य प्रणतस्य च॥

ALSO READ: Shanichari Amavasya 2021: शनिचरी अमावस्‍या पर करें ये 5 काम, होगा भाग्योदय, मिटेगा हर कष्‍ट
Shani Dev

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

29 मार्च 2025 को बन रहे हैं 6 अशुभ योग, 5 राशियों को रहना होगा सतर्क, करना होंगे 5 उपाय

गुड़ी पड़वा 2025: खुशियों और उमंग से भरे इन गुड़ी पड़वा शायरी और संदेशों से बढ़ाएं त्योहार की रौनक

गुड़ी पड़वा पर क्यों खाई जाती है कड़वी नीम और गुड़, जानिए सेहत को मिलते हैं क्या फायदे

चैत्र नवरात्रि में घर के वास्तु दोष दूर करने के लिए करिए ये सरल उपाय, मां दुर्गा की बरसेगी कृपा

चैत्र नवरात्रि 2025: दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से हर क्षेत्र में होगी विजय

सभी देखें

धर्म संसार

28 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

28 मार्च 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

गुड़ी पड़वा पर कैसे बनाएं और सजाएं गुड़ी, जानें क्या है जरूरी सामग्री?

घर की लाड़ली के लिए मां दुर्गा के 9 कल्याणकारी नाम

6 अप्रैल को दिन के 12 बजे दुनिया देखेगी रामलला का सूर्य तिलक, 20 सालों तक बढ़ता रहेगा समय, जानिए आयोजन से जुड़ी जानकारी

अगला लेख