मुंबई। एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, कोटक बैंक और बजाज फाइनेंस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट से मंगलवार को सेंसेक्स 112 अंक टूट गया। हालांकि वैश्विक बाजारों का रुख सकारात्मक था। उतार-चढ़ावभरे कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 112.16 अंक या 0.19 प्रतिशत के नुकसान से 60,433.45 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 24.30 अंक या 0.13 प्रतिशत टूटकर 18,044.25 अंक पर आ गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी बैंक के शेयर में सबसे अधिक करीब 2 प्रतिशत की गिरावट आई। एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी, मारुति, कोटक बैंक और पॉवरग्रिड के शेयर भी नीचे आए, वहीं दूसरी ओर महिंद्रा एंड महिंद्रा, एसबीआई, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर लाभ में रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि सकारात्मक रुख से खुलने के बाद घरेलू बाजार नीचे आए। निजी क्षेत्र के बैंकों के शेयर दबाव में थे।
उन्होंने कहा कि अमेरिका में बहुप्रतीक्षित बुनियादी ढांचा विधेयक पारित हो गया है, लेकिन वहां बाजारों का लाभ सीमित रहा। इसकी वजह यह है कि निवेशकों को अभी मुद्रास्फीति के आंकड़ों का इंतजार है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 0.82 प्रतिशत तक चढ़ गए। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे। जापान के निक्की में गिरावट आई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि एनएसई में कारोबार की मात्रा हालिया औसत से कम थी। पूंजीगत सामान, वाहन और तेल एवं गैस सूचकांकों में सबसे अधिक लाभ हुआ वहीं धातु, बैंक और एफएमसीजी खंड के सूचकांक नीचे आए। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे। जापान के निक्की में गिरावट आई।
दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार लाभ में थे। इस बीच अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.91 प्रतिशत की बढ़त के साथ 84.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 1 पैसे की मामूली बढ़त के साथ 74.02 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।