शेयर बाजारों में गिरावट का दौर जारी, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 150 अंक से ज्यादा गिरा

Webdunia
सोमवार, 8 अक्टूबर 2018 (11:23 IST)
मुंबई। विदेशी कोष की लगातार निकासी और रुपए के कमजोर बने रहने के बीच शेयर बाजारों में लगातार चौथे दिन गिरावट का दौर जारी रहा। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 150 अंक से अधिक गिर गया और निफ्टी 10,300 अंक के स्तर से नीचे चला गया।
 
 
बंबई शेयर बाजार का 30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित सेंसेक्स सुबह के कारोबार में 169.20 अंक यानी 0.53% गिरकर 34,207.79 अंक पर चल रहा है। कारोबार के दौरान यह 34,106.24 अंक के निचले स्तर तक जा चुका है। पिछले 3 सत्रों के कारोबार में यह 2,149.15 अंक गिर चुका है।
 
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 88.85 अंक यानी 0.86% घटकर 10,277.60 अंक पर चल रहा है। आरंभिक आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को विदेशी निवेशकों ने 3,370.14 करोड़ रुपए की निकासी की, हालांकि घरेलू सांस्थानिक निवेशकों ने 1,902.07 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे हैं।
 
पिछले 4 सत्रों के कारोबार में विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से 9,300 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी की है। ब्रोकरों के अनुसार विदेशी निवेशकों की निकासी और चीन, अमेरिका और एशियाई बाजारों में गिरावट से यहां के बाजार की धारणा भी प्रभावित हुई है। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर रहने का असर भी बाजार पर पड़ा है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Pakistan के लिए जासूसी कर रहे आरोपी को ATS ने पकड़ा, पाकिस्तानी सेना और ISIS को भेज रहा था जानकारी

बांग्लादेश को भारत की फटकार, हिन्दुओं की सुरक्षा की ले जिम्मेदारी

ताजमहल या तेजोमहालय, क्या कहते हैं दोनों पक्ष, क्या है इसके शिव मंदिर होने के सबूत?

EPFO 3.0 में होंगे बड़े बदलाव, ATM से निकाल सकेंगे PF का पैसा, क्या क्या बदलेगा?

नीबू हल्‍दी से कैंसर ठीक करने का नुस्‍खा बताकर फंसे नवजोत सिंह सिद्धू, ठोका 850 करोड़ का केस

सभी देखें

नवीनतम

बांग्लादेश में हिंसा पर कांग्रेस नेता कर्ण सिंह बोले- मोहम्मद यूनुस को तत्काल कदम उठाने चाहिए

पदयात्रा के दौरान मालवीय नगर में केजरीवाल पर तरल पदार्थ फेंका, आरोपी हिरासत में (वीडियो)

Dehradun : अल्पसंख्यक समुदाय के पुरुषों को फंसाने का डाला दबाव, आरोपी महिला पर मामला दर्ज

तुम्हें बाप की कसम है, अगर हम नेता बनें तो वोट मत देना

महाराष्ट्र चुनाव पर नाना पटोले ने उठाए सवाल, परिणाम को बताया लोकतंत्र की हत्‍या

अगला लेख