क्या है महाशिवरात्रि का वैज्ञानिक महत्व, योग साधना के लिए क्यों मानी जाती है ये रात खास

WD Feature Desk
शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2025 (15:54 IST)
Scientific importance of Mahashivratri: महाशिवरात्रि, एक ऐसा पर्व जो न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका वैज्ञानिक आधार भी है। यह रात्रि विशेष रूप से ऊर्जा और खगोलीय घटनाओं के संगम का प्रतीक है। आइए, इस रात के वैज्ञानिक महत्व को समझते हैं।
 



 




महाशिवरात्रि: एक विशेष रात्रि
महाशिवरात्रि की रात्रि को विशेष माना जाता है। इस रात में पृथ्वी का उत्तरी गोलार्ध इस प्रकार अवस्थित होता है कि व्यक्ति के अंदर की ऊर्जा अपने प्राकृतिक तौर पर ऊपर की तरफ जाने लगती है। यह एक खगोलीय घटना है, जो मानव शरीर और ऊर्जा पर गहरा प्रभाव डालती है।

ऊर्जा का ऊर्ध्वगमन
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, महाशिवरात्रि के दौरान पृथ्वी की स्थिति ऐसी होती है कि गुरुत्वाकर्षण बल में परिवर्तन होता है। इस परिवर्तन के कारण मानव शरीर में ऊर्जा का प्रवाह ऊपर की ओर होता है। यह ऊर्जा हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होती है।

खगोलीय घटना
महाशिवरात्रि के समय, चंद्रमा और तारों की स्थिति भी विशेष होती है। चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है, जिससे उसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति बढ़ जाती है। यह शक्ति मानव शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को और बढ़ाती है।
ALSO READ: महाकुंभ में क्या है भगवान् शंकर और माता पार्वती के विवाह से शाही बारात का संबंध, जानिए पौराणिक कहानी
ज्योतिषीय महत्व
ज्योतिष में भी महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। इस रात को शिव और शक्ति के मिलन का प्रतीक माना जाता है। यह रात आध्यात्मिक साधना और ऊर्जा को जागृत करने के लिए अत्यंत उत्तम मानी जाती है।

वैज्ञानिक और आध्यात्मिक संगम
महाशिवरात्रि एक ऐसा पर्व है जो विज्ञान और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है। इस रात की खगोलीय स्थिति न केवल हमारे शरीर की ऊर्जा को प्रभावित करती है, बल्कि यह हमारे मन और आत्मा को भी शुद्ध करती है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

पर्स में रखें ये 5 चीजें, कभी नहीं होगी धन की कमी बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा

चैत्र नवरात्रि पर IRCTC का वैष्‍णोदेवी स्पेशल टूर पैकेज, जानिए कम खर्च में कैसे जा सकते हैं माता रानी के दरबार में

चैत्र नवरात्रि 2025 की अष्टमी तिथि कब रहेगी, क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त?

बुध ग्रह मीन राशि में अस्त, 3 राशियां रहेंगी मस्त

बुध हुए मीन राशि पर अस्त, जानें 5 राशियों पर क्या होगा असर

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: इन 3 राशियों को व्यवसाय में होगा लाभ, नौकरी में अच्छा रहेगा समय, जानें 21 मार्च का राशिफल

21 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

21 मार्च 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

jhulelal jayanti 2025: भगवान झूलेलाल की कहानी

चैत्र नवरात्रि पर घट स्थापना और कलश स्थापना क्यों करते हैं?

अगला लेख