दोनों भुजाओं को उठाकर ऐसे करें पितरों से प्रार्थना

पं. हेमन्त रिछारिया
धन के अभाव में श्राद्ध कैसे संपन्न करें 
 
हमारे शास्त्रों ने धन का अभाव होने पर श्राद्ध सम्पन्नता के नियम सुनिश्चित किए हैं। जिसमें अन्न-वस्त्र के अभाव में केवल शाक के द्वारा श्राद्ध करने का विधान बताया गया है।
 
"तस्माच्छ्राद्धं नरो भक्त्या शाकैरपि यथाविधि।"
 
शाक के अभाव में दक्षिणाभिमुख होकर आकाश केवल दोनों भुजाओं को उठाकर निम्न प्रार्थना करने से भी श्राद्ध की सम्पन्नता होती है।
 
"न मेस्ति वित्तं धनं च नान्यच्छ्राद्धोपयोग्यं स्वपितृन्न्तोस्मि।
तृप्यन्तु भक्त्या पितरो मयैतौ कृतौ भुजौ वर्त्मनि मारुतस्य॥"
(विष्णुपुराण)
 
- हे मेरे पितृगण..! मेरे पास श्राद्ध के उपयुक्त न तो धन है, न धान्य आदि। हां मेरे पास आपके लिए श्रद्धा और भक्ति है। मैं इन्हीं के द्वारा आपको तृप्त करना चाहता हूं। आप तृप्त हों। मैंने शास्त्र के निर्देशानुसार दोनों भुजाओं को आकाश में उठा रखा है।

ALSO READ: धन के अभाव में करें पितरों से यह प्रार्थना

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

मार्गशीर्ष अमावस्या पर पितरों को करें तर्पण, करें स्नान और दान मिलेगी पापों से मुक्ति

जानिए क्या है एकलिंगजी मंदिर का इतिहास, महाराणा प्रताप के आराध्य देवता हैं श्री एकलिंगजी महाराज

Saturn dhaiya 2025 वर्ष 2025 में किस राशि पर रहेगी शनि की ढय्या और कौन होगा इससे मुक्त

Yearly Horoscope 2025: वर्ष 2025 में 12 राशियों का संपूर्ण भविष्‍यफल, जानें एक क्लिक पर

Family Life rashifal 2025: वर्ष 2025 में 12 राशियों की गृहस्थी का हाल, जानिए उपाय के साथ

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: दिसंबर माह का पहला दिन क्या लाया है आपके लिए, पढ़ें अपना राशिफल

01 दिसंबर 2024 : आपका जन्मदिन

धनु संक्रांति कब है क्या होगा इसका फल?

01 दिसंबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

01 दिसंबर 2024 को सुबह एक ही समय नजर आएंगे चांद और सूरज

अगला लेख