पितृ पक्ष तृतीया श्राद्ध की खास बातें, क्या करें और क्या न करें

Webdunia
बुधवार, 22 सितम्बर 2021 (18:02 IST)
इस बार पितृ पक्ष ( Pitru Paksha 2021 Start Date) 20 सितंबर 2021, सोमवार को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से आरंभ होंगे। पितृ पक्ष का समापन 6 अक्टूबर 2021, बुधवार को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को होगा। आओ जानते हैं कि पितृ पक्ष के चौथे दिन के तृतीया श्राद्ध ( Tritiya shradh 2021 ) के दिन क्या करें।
 
 
1. जिन लोगों का देहांत इस दिन अर्थात तिथि अनुसार दोनों पक्षों (कृष्ण या शुक्ल) तृतीया तिथि हो हुआ है उनका श्राद्ध इस दिन किया जाता है।
 
2. तृतीया तिथि 23 सितंबर को प्रातः 06:53 बजे से प्रारंभ होगी। अभिजित, कुतुप या रोहिणी मुहूर्त में श्राद्ध करते हैं। 
 
3. तृतीया श्राद्ध को विधिवत रूप से करने से सद्बुद्धि, स्वास्थ और समृद्धि प्राप्त होती है।

 
 
5. इसके बाद पिता से प्रारंभ करके पूर्वजों के जहां तक नाम याद हों वहां तक के पितरों के नामोच्चारण करके स्वधा शब्द से अन्न और जल अर्पित करें। इस दिन भगवान विष्णु और यम की पूजा करें। इसके बाद तर्पण कर्म करें।
 
6. पितृ के निमित्त लक्ष्मीपति का ध्यान करके गीता का तीसरा अध्याय का पाठ करें। 
 
7. पिर श्राद्ध में कढ़ी, भात, खीर, पुरी और सब्जी का भोग लगाते हैं। पितरों के लिए बनाया गया भोजन रखें और अंगूठे से जल अर्पित करें।
 
8. इसके बाद भोजन को गाय, कौवे और फिर कुत्ते और चीटियों को खिलाएं।
 
9. तृतीय श्राद्ध में तीन ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है। उन्हें शक्कर, वस्त्र, चावल और यथाशक्ति दक्षिणा देकर उन्हें तृप्त करें।
 
10. इस दिन गृह कलह न करें, चरखा, मांसाहार, बैंगन, प्याज, लहसुन, बासी भोजन, सफेद तील, मूली, लौकी, काला नमक, सत्तू, जीरा, मसूर की दाल, सरसो का साग, चना आदि वर्जित माना गया है। कोई यदि इनका उपयोग करना है तो पितर नाराज हो जाते हैं। शराब पीना, मांस खाना, श्राद्ध के दौरान मांगलिक कार्य करना, झूठ बोलना और ब्याज का धंधा करने से भी पितृ नाराज हो जाता हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

महाशिवरात्रि पर रात्रि के 4 प्रहर की पूजा का सही समय और पूजन विधि

शिव चालीसा पढ़ते समय ये गलतियां तो नहीं करते हैं आप?

मंगल ग्रह बदलेंगे चाल, क्या होगा देश दुनिया का हाल? किन 5 राशि वालों की चमकेगी किस्मत

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि और शिवरात्रि में क्या है अंतर?

Mahashivratri 2025: कैसे करें महाशिवरात्रि का व्रत?

सभी देखें

धर्म संसार

26 फरवरी को बुधादित्य योग में मनेगी महाशिवरात्रि, जानें कैसे मनाएं यह पर्व

शेगांव के श्री गजानन महाराज समाधि मंदिर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

शेगांव के श्री गजानन महाराज के बारे में 5 रोचक बातें

Aaj Ka Rashifal: इन 4 राशियों के लिए खास रहेगा आज का दिन, पढ़ें 20 फरवरी का दैनिक राशिफल

20 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

अगला लेख