मंदाकिनी नदी के किनारे चोराबाड़ी ग्लेशियर उत्तराखंड में मौजूद केदारनाथ भारत के सबसे ऊंचे ज्योतिर्लिंगों में से एक है। भगवान शिव की पावन स्थली, जहां देश के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम में भगवान शिव लिंग रूप में विराजमान हैं। यहां की हवाओं में आपको भगवान भोलेनाथ की एक अलग ही सुखद लहर का अनुभव होगा जिसको शब्दों में बताना असंभव है। आइए जानें केदारनाथ धाम के बारे में कुछ खास बातें-
1. ये समुद्र तल से 3583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
2. केदारनाथ मंदिर तक की चढ़ाई लगभग 16 किलोमीटर की है।
3. केदरनाथ मंदिर में शिव की आराधना शैव समुदाय के पुजारी करते हैं। ये पूजा 7 बजे शुरू होती है जो कि 8.30 बजे तक चलती है।
4. केदारनाथ का शिवलिंग तिकोने आकार में है। वो आम शिवलिंग की तरह नहीं दिखता।
5. केदारनाथ से जुड़ा एक फैक्ट ये भी है कि बाबा भैरवनाथ उस मंदिर की रक्षा करते हैं। इसलिए जब केदारनाथ के दर्शन को श्रद्धालु जाते हैं तो भैरोनाथ के दर्शन जरूर करते हैं।
6. यहां जाने के लिए हेलिकॉप्टर और घोड़े आदि उपलब्ध हैं, लेकिन ट्रेकिंग करके जाने में बेहद मजा है।
7. केदारनाथ का ये मंदिर पंच केदार यानी केदारनाथ, तुंगनाथ, रुद्रनाथ, मध्यमहेश्वर और कल्पेश्वर का हिस्सा है, जो पांच धार्मिक स्थल भगवान शिव को समर्पित हैं।
8. केदारनाथ के दर्शन साल में 6 महीने खुलते है और 6 महीने बन्द रहते हैं।
9. केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए आपको कम से कम 4 दिन की आवश्यकता होगी।
10. केदारनाथ धाम ट्रेकिंग और खूबसूरत प्राकृतिक नजारों के लिए प्रसिद्ध है।