Sawan shivratri 2020 : सावन शिवरात्रि पर इस मुहूर्त में करें शिवजी का पूजन, करें ये 5 खास उपाय

Webdunia
Sawan Shivratri 2020
 
हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर शिवरात्रि मनाई जाती है। श्रावण मास में शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। फाल्गुन और श्रावण मास की शिवरात्रि को विशेष फलदायी माना गया है। इस बार श्रावण मास की शिवरात्रि 19 जुलाई, रविवार को मनाई जाएगी तथा 3 अगस्त, सोमवार को रक्षाबंधन के साथ श्रावण मास समाप्त होगा।  
 
जब मनुष्य पर हर ओर से संकट आ जाता है और जीवन में अधंकार छा जाता है तो शिवभक्ति रूपी नैया से सभी बाधाएं और कष्ट मिटते हैं। सुखद जीवन के लिए आप भी भोलेभंडारी की शरण में जाएं, श्रावण मास की शिवरात्रि पर अपनाएं यह आसान उपाय, क्योंकि इस दिन यह उपाय करने से जीवन के सब संकट कट जाते हैं। आइए जानें... 
 
श्रावण मास की शिवरात्रि के अचूक उपाय :- 
 
1. सुबह स्नान कर यथासंभव सफेद वस्त्र पहन घर या शिवालय में शिवलिंग को पवित्र जल से स्नान कराएं।
 
2. स्नान के बाद यथाशक्ति गन्ने के रस की धारा शिवलिंग पर नीचे लिखें मंत्र या पंचाक्षरी मंत्र नम: शिवाय बोलकर अर्पित करें -
 
रूपं देहि जयं देहि भाग्यं देहि महेश्वर:।
 
पुत्रान् देहि धनं देहि सर्वान्कामांश्च देहि मे।।
 
3. गन्ने के रस से अभिषेक के बाद पवित्र जल से स्नान कराकर गंध, अक्षत, आंकड़े के फूल, बिल्वपत्र शिव को अर्पित करें। सफेद व्यंजनों का भोग लगाएं। किसी शिव मंत्र का जप करें।
 
4. धूप, दीप व कर्पूर आरती करें।
 
5. अंत में क्षमा मांगकर दुखों से मुक्ति व रक्षा की कामना करें।
 
श्रावण शिवरात्रि पर  पूजा-अभिषेक के मुहूर्त- 
 
* श्रावण शिवरात्रि के दिन रविवार, 19 जुलाई सुबह 5.40 मिनट से लेकर 7.52 मिनट तक शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए अतिशुभ समय रहेगा। 
 
* इसी दिन प्रदोष काल में शाम 7.28 मिनट से रात्रि 9.30 मिनट तक शिवजी का पूजन-अभिषेक करना शुभ फलदायी रहेगा।  
 
* सावन चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 19 जुलाई, 2020 को 12:41 मिनट से प्रांरभ होगी तथा चतुर्दशी तिथि की समाप्ति 20 जुलाई 2020 को 12:10 मिनट पर होगी।

* निशिथकाल में पूजा का समय- 12:07 मिनट से से 12:10 मिनट तक रहेगा। 
 
इस दिन शिवजी का पूजन पंचामृत से करना चाहिए तथा आपके पास जो भी सामग्री है, बेलपत्र, पुष्प, फल या जल चढ़ाकर भी आप इस दिन कमा लाभ उठा सकते हैं। 

ALSO READ: भगवान शिव के गले में लिपटे नाग के 10 रहस्य


 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

ईस्टर संडे का क्या है महत्व, क्यों मनाते हैं इसे?

50 साल बाद सूर्य गोचर से बना शुभ चतुर्ग्रही योग, 3 राशियों के पलट जाएंगे किस्मत के सितारे

लाल किताब के अनुसार किस्मत का ताला खोलने के क्या है अचूक उपाय

गोल्ड पहन रखा है तो हो जाएं सावधान, पहले जान लें कि इसके क्या है नुकसान और सावधानियां

जगन्नाथ मंदिर के गुंबद पर स्थित नीलचक्र और ध्वज का रहस्य जानकर चौंक जाएंगे

सभी देखें

धर्म संसार

कैलाश मानसरोवर यात्रा होगी फिर शुरू, जानिए कितना होगा खर्चा

20 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

20 अप्रैल 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त

12 साल बाद बृहस्पति का मिथुन राशि में गोचर, 12 राशियों का राशिफल

बुद्ध जयंती कब है, गौतम सिद्धार्थ नेपाली थे या भारतीय?

अगला लेख