श्रावण मास आरंभ : सोमवार से शुरू, सोमवार पर खत्म

पं. सोमेश्वर जोशी
श्रावण मास इस बार 29 दिनों का है। विशेष बात यह है कि सोमवार से शुरू होकर सोमवार को ही खत्म होगा। रक्षाबंधन पर चन्द्रग्रहण और भद्रा का रहेगा साया, पढ़ें विस्तार से .... 
 
शिवभक्ति का मास सावन इस बार 29 दिन का रहेगा। खास यह है कि 10 जुलाई को इसकी शुरुआत सोमवार से होगी और 7 अगस्त, सोमवार को ही इस मास का समापन होगा। इस पांचवें सोमवार को रक्षाबंधन है। ऐसे में शहर में राखी की रौनक रहेगी, वहीं मंदिरों में शिवजी के विशेष अनुष्ठान होंगे। सावन में कई विशेष योग-संयोग भी रहेंगे।

ALSO READ: श्रावण मास में शिव ही नहीं श्री गणेश के यह मंत्र भी देते हैं वरदान
 
हरियाली अमावस्या बुधवार, 23 जुलाई को रवि-पुष्य का महासंयोग बन रहा है, हालांकि रक्षाबंधन को चन्द्रग्रहण और भद्रा भी है। ऐसे में सुबह 11.04 से दोपहर 1.52 के पहले तक राखी का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा। 
 
5 सोमवार कब आएंगे?
 
10, 17, 24, 31 जुलाई और 7 अगस्त को हैं। 
 
ये तीज-त्योहार हैं-
 
21 जुलाई : मास शिवरात्रि 
 
23 जुलाई : हरियाली अमावस्या (रवि-पुष्य) 
 
26 जुलाई : हरियाली तीज 
 
27 जुलाई : नागपंचमी 
 
5 अगस्त : शनि प्रदोष 
 
7 अगस्त : रक्षाबंधन 
 
रक्षाबंधन पर ग्रहण, दोपहर में लगेगा सूतक
 
रक्षाबंधन के दिन 7 अगस्त, सोमवार की रात चन्द्रग्रहण रहेगा। इसका सूतक दोपहर 1.52 बजे से लग जाएगा। इससे पहले सूर्योदय से सुबह 11.04 बजे तक भद्रा है। 
 
अन्य पंडितों के अनुसार भद्रा में रक्षाबंधन नहीं मनाया जाता। 

ALSO READ: दरिद्रता दूर करने के लिए श्रावण सोमवार को जपें यह 1 मंत्र
इसके अलावा दोपहर में चन्द्रग्रहण का सूतक है, ऐसे में सुबह 11.04 से दोपहर 1.52 के पहले (24 घंटे 48 मिनट) तक रक्षाबंधन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है। इसके अलावा श्रावणी उपाकर्म को लेकर भी असमंजस की स्थिति बन रही है। ऐसी स्थिति में चन्द्रग्रहण की वजह से कुछ स्थानों पर नागपंचमी पर श्रावणी उपाकर्म होगा। 

सावन सोमवार की पवित्र और पौराणिक कथा (देखें वीडियो) 
 

 
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

किस पेड़ के नीचे से गुजरने के बाद कावड़िये नहीं चढ़ा सकते शिवलिंग पर जल, जानिए नियम

मंगल का कन्या राशि में गोचर, 12 राशियों का राशिफल, किसके लिए शुभ और किसके लिए अशुभ

क्यों बजाते है शिवलिंग के सामने 3 बार ताली, जानिए हर ताली के पीछे का अर्थ

जीवन में ये घटनाएं देती हैं कालसर्प दोष के संकेत, जानिए कारण और अचूक उपाय

भगवान शिव के परिवार से हुई है सभी धर्मों की उत्पत्ति, कैसे जानिए

सभी देखें

धर्म संसार

31 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

31 जुलाई 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

2025 में रक्षाबंधन पर नहीं होगा भद्रा का साया, पंचक भी नहीं बनेंगे बाधक, वर्षों बाद बना है ऐसा शुभ संयोग, जानिए राखी बांधने के श्रेष्ठ मुहूर्त

नरेंद्र मोदी के बाद इस व्यक्ति के प्रधानमंत्री बनने के चांस हैं 99 प्रतिशत

गोस्वामी तुलसीदास जयंती, जानें जीवन परिचय, पूजा का शुभ मुहूर्त और प्रमुख रचनाएं

अगला लेख