पांच पदक जीतना काफी अच्छा प्रदर्शन : सानिया

Webdunia
सोमवार, 29 सितम्बर 2014 (14:59 IST)
इंचियोन। भारत की दिग्गज टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा का मानना है कि मौजूदा एशियाई खेलों में टीम का 5 पदक जीतना काफी अच्छा प्रदर्शन है, विशेषकर यह देखते हुए कि भारत प्रतियोगिता के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ नहीं आया है।

सानिया ने साकेत माइनेनी के साथ मिश्रित युगल फाइनल के लिए उतरने से पहले कहा कि यह सप्ताह काफी अच्छा रहा। हम (सानिया और प्रार्थना थोंबारे) महिला युगल में पदक (कांस्य) जीतने में सफल रहे, जो बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि पहले हमने ऐसा कभी नहीं किया। मुझे अगुआई करनी थी। हम यहां युवा टीम के साथ आए हैं। हमारी सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं आई। 5 पदक (सोमवार के 2 पदक सहित) काफी अच्छा प्रदर्शन है।

दुबई में रहने वाली हैदराबाद की सानिया ने संवाददाताओं से बात की, क्योंकि इंचियोन में रविवार रात से हो रही लगातार बारिश के कारण मैच को आगे खिसका दिया गया है।

डब्ल्यूटीए टूर पर युगल अंक जुटाने के लिए शुरू में एशियाई खेलों से हटने के बारे में विचार कर रही सानिया ने वह देश के पदक जीतने की संभावना में इजाफा करना चाहती थी।

उन्होंने कहा कि मैंने जैसे ही यहां आने का फैसला किया मुझे पता था कि यह सही फैसला है। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण यह था कि भारत की अधिक से अधिक पदक जीतने की संभावना बनाऊं। मैंने वह किया जो मैं कर सकती थी और मैं जिन दो स्पर्धाओं (महिला युगल और मिश्रित युगल) में खेली उनमें 2 पदक जीते। 

सानिया ने कहा कि उन्होंने महिला टीम की साथियों के लिए मेंटर की भूमिका निभाकर अपना काम किया है और उन्होंने उम्मीद जताई कि जकार्ता में 2018 में होने वाले अगले एशियाई खेलों में ये खिलाड़ी अपने दम पर पदक जीतने में सफल रहेंगी।

उन्होंने कहा कि इन सभी लड़कियों के साथ मेरे रिश्ते अच्छे है और जब भी वे कहती हैं मैं हमेशा उनकी मदद करती हूं। वे सभी मेरी बहन की उम्र की हैं, मेरे लिए बच्चों की तरह हैं। वे मुझे सात-आठ साल छोटी हैं। मैं उनमें से एक के साथ कमरा साझा कर रही हूं।

सानिया ने कहा कि निश्चित तौर पर पिछले कुछ समय में ए हमारी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से हैं। मेरी युगल जोड़ीदार (प्रार्थना) में क्षमता है और वह अब भी काफी युवा है। हमें उन्हें निखारना होगा। उम्मीद करती हूं कि यह उन्हें आत्मविश्वास देगा कि वे कई चीजें हासिल कर सकती हैं।

सानिया ने साथ ही कहा कि अधिकतर महिला खिलाड़ी 25,000 डॉलर इनामी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर संतुष्ट हो जाती हैं, जो विश्व में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त नहीं है।

उन्होंने कहा कि आजकल टेनिस काफी प्रतिस्पर्धी हो गया है। शारीरिक तौर पर भी उन्हें जूझना पड़ता है, ये कुछ कारण हैं। मैं कार्यक्रम को लेकर उनकी मदद करने की कोशिश कर रही हूं। उन्हें बताने की कोशिश कर रही हूं कि किस टूर्नामेंट में खेलना है।

सानिया ने कहा कि सबसे पहले उन्हें 25,000 डॉलर इनामी टूर्नामेंटों से बाहर आने का प्रयास करने की जरूरत है और मेरा मानना है कि वे बड़े टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं। यह मुख्य चीजों में से एक है।

उन्होंने कहा कि आप अपने बाकी जीवन में इसमें ही नहीं खेलती रह सकती। अगर ऐसा करोगे तो बाकी करियर में भी आपके 300 रैंकिंग अंक ही रहेंगे। वे यही कर रही हैं। उन्हें आसान विकल्पों की ओर जाना चाहिए। ऐसा नहीं है कि वे ऐसा करना चाहती हैं बल्कि निश्चित स्तर पर मार्गदर्शन की कमी के कारण ऐसा होता है। सानिया ने कहा कि वे 27 सितंबर से 5 अक्टूबर तक होने वाले चाइना ओपन में कारा ब्लैक के साथ खेलने के लिए मंगलवार सुबह रवाना होंगी। (भाषा)

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