अमित, गौरव विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में

Webdunia
सोमवार, 28 अगस्त 2017 (11:53 IST)
हैम्बर्ग। भारत के अमित फंगल (49 किग्रा) और गौरव बिधूड़ी (56 किग्रा) ने अपने मजबूत प्रतिद्वंद्वियों को हराकर यहां 19वीं विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया लेकिन पूर्व कांस्य पदक विजेता और तीसरी वरीयता प्राप्त विकास कृष्ण (75 किग्रा) दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाए।
 
अमित ने प्री क्वार्टर फाइनल में जहां इक्वेडर के 7वें वरीय कार्लोस क्विपो को हराया वहीं गौरव ने उक्रेन के मायकोला बुतसेंको को पराजित किया। लेकिन 2011 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले विकास इंग्लैंड के बेंजामिन वाइटकर से हारकर बाहर हो गए। एशियाई रजत पदक विजेता सुमीत सांगवान (91 किग्रा) को भी ऑस्ट्रेलिया के जैसन वाटेले से हारकर बाहर का रास्ता देखना पड़ा।
 
अमित को अगले दौर में उज्बेकिस्तान के दूसरी वरीयता प्राप्त हसनबॉय दुसमातोव की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा जबकि गौरव का सामना ट्यूनिशिया के बिलेल महामदी से होगा।
 
इस साल एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले अमित ने भारत की तरफ से शुरुआत की और सर्वसम्मत फैसले से जीत दर्ज की। इस 21 वर्षीय मुक्केबाज ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपने वरीयता प्राप्त प्रतिद्वंद्वी को जवाबी हमलों से पस्त किया। क्विपो को देखकर किसी भी समय नहीं लगा कि वह वरीयता प्राप्त खिलाड़ी है और लगातार सिर झुका देने के कारण उन्हें कई बार चेतावनी भी मिली।
 
गौरव ने भी पूरी प्रतिबद्धता दिखाई। वाइल्ड कार्ड से प्रवेश पाने वाले दिल्ली के इस मुक्केबाज ने पूरे मुकाबले में बुतसेंको को करारा जवाब दिया। दोनों मुक्केबाजों ने एक-दूसरे पर लगातार मुक्के बरसाए लेकिन आखिर में जजों का फैसला भारतीय के पक्ष में गया।
 
कोच सैंटियागो नीवा ने कहा कि अमित और गौरव दोनों ने जानदार प्रदर्शन किया। अपने प्रतिद्वंद्वी को सहज नहीं होने देना महत्वपूर्ण था और उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि इस रणनीति पर अच्छी तरह अमल हो। हालांकि विकास और सुमीत की हार से भारतीय खेमे में निराशा भी छाई रही।
 
एशियाई खेलों में 2 बार के पदक विजेता विकास अपने 19 साल के प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ ढीले नजर आए। यहां तक कि विकास को अपना नियंत्रण बनाए रखने के लिए भी जूझना पड़ा। सुमीत ने शाम का आखिरी मुकाबला लड़ा लेकिन अच्छी शुरुआत के बावजूद उन्हें हार का सामना करना पड़ा। पहले राउंड में उन्होंने दबदबा बनाए रखा था लेकिन वाटेले ने अगले 2 राउंड में अच्छा प्रदर्शन करके जीत दर्ज की। (भाषा) 
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

INDvsNZ सीरीज के बाद इन 4 में से 2 सीनियर खिलाड़ियों हमेशा के लिए होंगे ड्रॉप

पहले 68 साल में सिर्फ 2 टेस्ट तो भारत में इस सीरीज के 10 दिनों में 3 टेस्ट मैच जीती न्यूजीलैंड

IPL को रणजी के ऊपर तरजीह देने के कारण ROKO हुए बर्बाद, सचिन गांगुली नहीं करते ऐसी गलती

श्रीलंका और भारत में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गंभीर पर उठ रहे सवाल

टेस्ट इतिहास का सबसे अनचाहा रिकॉर्ड बनने पर रोहित शर्मा बोले यह सबसे खराब दौर

सभी देखें

नवीनतम

IND vs AUS : कपिल के बाद बुमराह बने विदेशी जमीन पर सबसे घातक भारतीय गेंदबाज

पर्थ टेस्ट के दूसरे दिन गिरे सिर्फ 3 ऑस्ट्रेलियाई विकेट, अचानक बदली पिच

लगातार 3 T-20 शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने तिलक वर्मा

AUSvsIND पर्थ टेस्ट में भारतीय ओपनर्स ने रचा इतिहास, बनाया यह रिकॉर्ड

अगले 8 साल तक एशिया कप सिर्फ इस चैनल और OTT प्लेटफॉर्म पर देख पाएंगे दर्शक

अगला लेख