कोलकाता। ओलंपिक हॉकी स्वर्ण पदक विजेता गुरबख्श सिंह ने सोमवार को दिग्गज बलबीर सिंह सीनियर को भारत का अब तक सर्वश्रेष्ठ स्कोरर करार दिया और कहा कि उनके शुरुआती दिनों में वे ही उनके प्रेरणास्रोत थे। तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बलबीर सीनियर का आज सुबह मोहाली में निधन हो गया। वे 96 साल के थे।
टोक्यो ओलंपिक 1964 की स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य रहे 84 वर्षीय गुरबख्श ने कहा, ‘हम सभी ने उन्हें (बलबीर सिंह सीनियर) भारत का सर्वश्रेष्ठ स्कोरर माना। उनके जमाने में भारतीय टीम विश्व में सर्वश्रेष्ठ थी। उन जैसी गोल करने की क्षमता बहुत कम लोगों के पास होती है।’ गुरबख्श ने याद किया कि भारत के 1948 ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद किस तरह से बलबीर सीनियर उन्हें हॉकी खेलने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा, ‘मैं 1948 में 13 साल का था। जब हमने हॉकी खेलनी शुरू की तो जो खिलाड़ी हमारे आदर्श हुआ करते थे उनमें बलबीर सीनियर, केशव दत्त, लेस्ली क्लाउडियस, केडी सिंह बाबू, उधम सिंह शामिल थे। हम उनके बारे में समाचार पत्रों में पढ़ते थे और उनकी क्लिपिंग रख दिया करते थे।’
गुरबख्श ने कहा, ‘ध्यानचंद संपूर्ण खिलाड़ी थे, बाबू गेंद पर नियंत्रण रखने में माहिर थे और बलबीर सीनियर को गोल करने की उनकी क्षमता के लिए याद किया जाता है। उनके बाद 1948 की टीम के खिलाड़ियों में से अब केवल केशव दत्त ही बचे हैं।’ (भाषा)