एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी की टॉप टीम बना भारत, मलेशिया को 5 गोलों से रौंदा

Webdunia
सोमवार, 7 अगस्त 2023 (12:41 IST)
जापान के खिलाफ खेले गये निराशाजनक ड्रॉ से उभरकर भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को Asian Champions Trophy एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी में मलेशिया को 5-0 से रौंदकर अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल कर लिया।

भारत की इस प्रभावशाली जीत में कार्ति सेल्वम (15वां मिनट), हार्दिक सिंह (32वां मिनट), हरमनप्रीत सिंह (42वां मिनट), गुरजंत सिंह (53वां मिनट) और जुगराज सिंह (54वां मिनट) ने एक-एक गोल का योगदान दिया।

भारत लगातार मलेशिया पर हावी रहने के बावजूद हाफ टाइम तक एक ही गोल कर सका था। कोच क्रेग फुल्टन की टीम तीसरे क्वार्टर में आक्रामक रवैये के साथ उतरी जो पहले मिनट से ही दिखने लगा। भारत को 32वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर हरमनप्रीत का शॉट हफीज़ुद्दीन उस्मान ने रोक लिया, लेकिन दूसरी कोशिश में हार्दिक ने गेंद को नेट में पहुंचाकर भारत की बढ़त दोगुनी कर दी।

मलेशिया ने दो मिनट बाद पेनल्टी कॉर्नर पर अपना खाता खोला लेकिन गेंद पहले भारतीय रक्षक के घुटने से ऊंची होने के कारण रेफरी ने उसे 'असुरक्षित खेल' करार देते हुए गोल रद्द कर दिया। भारत ने मलेशिया पर लगातार हमले जारी रखे और तीसरा क्वार्टर समाप्त होने से तीन मिनट पहले हरमनप्रीत ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर मेज़बान टीम की बढ़त तिगुनी कर दी।

मलेशिया के खिलाड़ी हसन मोहम्मद को 49वें मिनट में पीला कार्ड दिखाकर पिच से बाहर भेजा गया और 10 खिलाड़ियों के साथ भारत को रोकना मलेशिया के लिये ज़्यादा मुश्किल साबित हुआ। भारत 50वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं कर सका, लेकिन 53वें मिनट में गुरजंत ने मंदीप सिंह की मदद से भारत का चौथा गोल किया। अगले ही मिनट जुगराज सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर स्कोरशीट पर अपना नाम चढ़वा लिया।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख