थाईलैंड ओपन में भारतीय चुनौती खत्म, साइना हारीं तो चोटिल श्रीकांत मैच से हटे

Webdunia
गुरुवार, 14 जनवरी 2021 (21:54 IST)
बैंकॉक। भारत की स्टार शटलर साइना नेहवाल गुरुवार को महिला एकल के दूसरे दौर में थाईलैंड की बुसानन ओंगबामरंगफान से हारकर थाईलैंड ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। भारत के अन्य खिलाड़ियों के लिए भी गुरुवार का दिन अच्छा नहीं रहा जिससे इस टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गई।

साइना पहला गेम जीतने में सफल रहीं लेकिन इसके बाद वह लय बरकरार नहीं रख पाई और 68 मिनट तक चले मैच में 23-21, 14-21, 16-21 से हार गईं। यह विश्व में 12वीं रैंकिंग की बुसानन के हाथों साइना की लगातार चौथी हार है।

पुरुष एकल में विश्व के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत को दाएं पांव की पिंडली की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण आठवीं वरीयता प्राप्त मलेशियाई ली जी जिया को वाकओवर देना पड़ा। इससे पहले पुरुष युगल में भारत के सात्विकसाइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी भी इंडोनिशया के मोहम्मद अहसान और हेंड्रा सेतियावान से 19-21, 17-21 से हारकर बाहर हो गए।

भारत की निगाहें अब सात्विक और उनकी मिश्रित युगल जोड़ीदार अश्विनी पोनप्पा पर टिकी थी लेकिन उन्हें भी हांगकांग के चांग ताक चिंग और नग विंग यंग से 12-21, 17-21 से हार झेलनी पड़ी जिससे इस टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गई।

साइना और बुसानन के बीच लंबी रैलियां देखने को मिली लेकिन थाई खिलाड़ी ने अच्छे शॉट लगाए जिनका उन्हें फायदा मिला। पहले गेम में साइना एक समय 6-5 से आगे चल रही थी लेकिन ब्रेक तक बुसानन 11-9 से बढ़त पर थी।

साइना ने हालांकि इसके बाद वापसी की और 17-17 से स्कोर बराबर करने के बाद अपनी प्रतिद्वंद्वी को बराबरी की टक्कर दी। बुसानन का ढीला रिटर्न नेट पर उलझने के कारण साइना ने पहला गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में साइना ने कुछ गलतियां कीं जिसका फायदा उठाकर बुसानन 11-6 से आगे हो गईं। इसके बाद भी उन्होंने अपनी बढ़त कायम रखी और भारतीय खिलाड़ी के शॉट बाहर मारने पर मैच बराबरी पर ला दिया।

बुसानन तीसरे और निर्णायक गेम में भी शुरू से हावी हो गई। साइना ने वापसी की कोशिश भी की लेकिन ब्रेक तक थाई खिलाड़ी को 11-7 से अच्छी बढ़त हासिल थी। इसके बाद भी साइना जूझती रहीं और बुसानन 18-11 से आगे हो गईं। बुसानन को आखिर में छह मैच प्वाइंट मिले जिनमें से साइना केवल दो का ही बचाव कर पाईं।(भाषा)

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