ओसाका ने दूसरी बार जीता US Open का खिताब, फाइनल में अजारेंका को हराया

Webdunia
रविवार, 13 सितम्बर 2020 (15:42 IST)
न्यूयॉर्क। चौथी सीड जापान की नाओमी ओसाका (naomi osaka) ने फाइनल मुकाबले में पूर्व नंबर एक बेलारुस की विक्टोरिया अजारेंका (victoria azarenka) को शनिवार को 1-6, 6-3, 6-3 से पराजित कर वर्ष के आखिरी ग्रैंड स्लेम यूएस ओपन (US Open) टेनिस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया। ओसाका दूसरी बार यूएस ओपन चैंपियन बनीं हैं।
 
ओसाका ने एक घंटे 53 मिनट तक चले मुकाबले में अजारेंका को 1-6, 6-3, 6-3 से हराकर खिताब जीता। ओसाका हालांकि पहले सेट में अजारेंका के खिलाफ बेदम नजर आईं और उन्होंने 1-6 से यह सेट गंवाया। इसके बाद ओसाका ने जबरदस्त तरीके से वापसी की और अगले दोनों सेट में अजारेंका को पूरी तरह मात देते हुए 6-3, 6-3 से सेट अपने नाम किया।
 
वर्ष 1994 के बाद पहली बार ऐसा हुआ जब किसी महिला खिलाड़ी ने पहला सेट हारने के बाद यूएस ओपन का खिताब अपने नाम किया है। ओसाका के करियर का यह तीसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है जबकि यूएस ओपन में वे दूसरी बार चैंपियन बनी हैं। इससे पहले वे 2018 में यूएस ओपन और 2019 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं।
 
ओसाका ने ग्रैंड स्लेम जीतने के बाद कहा कि मैं हमेशा सोचती थी कि किस तरह शीर्ष खिलाड़ी ग्रैंड स्लैम जीतने के बाद आसमान की ओर देखते हैं। मैं भी चाहती थी कि मैं ऐसे देखूं। मेरे लिए यह अभूतपूर्व क्षण हैं। मुझे खुशी है कि मैं ऐसा कर सकी। मेरा ध्यान सिर्फ इस बात पर केंद्रित था कि मैं टेनिस कोर्ट में किस तरह खुद को संतुलित रख सकती हूं। ऐसा ही मैंने 2018 में किया था और मुझे लगता है कि इस बार भी मैं ऐसा करने में सफल रही।

 
उन्होंने कहा कि मेरे ख्याल से मैं पहले सेट में थोड़ी बैचेन हो गई थी और अपने पैर नहीं हिला रही थी। मुझे लगा कि पहले सेट में मैं अपनी क्षमता के अनुरूप नहीं खेली जैसा मैं खेल में अपना 100 प्रतिशत देती हूं। लेकिन यह अच्छा है कि मैं कम से कम 70 प्रतिशतप्रदर्शन कर सकी।
 
यूएस ओपन विजेता ने कहा कि मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं ज्यादा दबाव ले रही हूं। दूसरे सेट में मैं उभर नहीं पा रही थी जिससे मुझे मदद नहीं मिल रही थी। मैंने सिर्फ इतना ही सोचा कि मुझे सकारात्मक रहना है और 1-6, 0-6 की हार से बचना है। यह अच्छा रहा कि मैं वापसी कर सकी। मैं वो कर सकी जैसा मैंने सोचा था।
 
अजारेंका ने कहा कि मेरे ख्याल से पिछले तीन सप्ताह टेनिस के लिए वाकई शानदार रहे। मैं पिछले कुछ समय से ऐसे अच्छे नतीजे हासिल नहीं कर पा रही थी तो मैं इसके लिए काफी उत्साहित थी। इस मुकाबले में भले ही मेरी हार हुई है लेकिन इससे मुझमें बदलाव नहीं आएगा। जाहिर है कि मैं यह मैच जीतना चाहती थी लेकिन जो होना था वो हो गया है।
 
उन्होंने कहा कि मैंने कोर्ट में वो सब किया जो मैं कर सकती थी। मुझे लगता है कि मेरे खेल में प्रगति हुई है। मैंने कई बड़े मुकाबले खेले हैं। मेरा मानना है कि मैंने खुद को विभिन्न स्तरों पर शारीरिक और मानसिक तौर पर टेस्ट किया है। यह शानदार रहा और मुझे खुद पर गर्व है। मैं इसे बरकरार रखना चाहती हूं और इसका आनंद लेना चाहती हूं। मेरे लिए यूएस ओपन में खेलना और इसके फाइनल में पहुंचना काफी मजेदार था। मैं इस अवसर के लिए खुद को आभारी मानती हूं।
 
ओसाका ने मुकाबले में 6 एस लगाए जबकि अजारेंका ने 2 एस लगाए। जापान की खिलाड़ी 34 विनर्स लगाए और अजारेंका ने 30 विनर्स लगाए। ओसाका ने मैच में 26 बेजां भूलें कीं जबकि बेलारुस की खिलाड़ी ने 22 बेजां भूलें कीं।
 
ओसाका से 6-1 से पहला सेट जीतने के बाद अजारेंका ने दूसरे सेट में जापानी खिलाड़ी की सर्विस तोड़ी और 2-0 से आगे हो गईं, लेकिन ओसाका ने वापसी करते हुए अजारेंका की दो बार सर्विस तोड़ी और 4-3 की बढ़त ले ली।
ओसाका ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और दूसरा सेट 6-3 से अपने नाम कर मुकाबले को तीसरे सेट तक ले गईं।

ओसाका ने तीसरे सेट में अजारेंका के खिलाफ 3-1 की बढ़त ले ली। अजारेंका ने कोशिश की लेकिन वे मौके को भूना नहीं सकीं। इसके बाद ओसाका ने अपनी बढ़त को 4-1 कर लिया। जापानी खिलाड़ी ने लय को बरकरार रखा औऱ तीसरा सेट 6-3 से अपने नाम कर खिताब पर कब्जा जमा लिया।
 
इस हार के साथ ही अजारेंका को तीसरी बार यूएस ओपन के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले उन्हें 2012 और 2013 में अमेरिका की दिग्गज खिलाड़ी सेरेना विलियम्स के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। विक्टोरिया दो बार ग्रैंड स्लेम विजेता रही हैं, उन्होंने 2012 और 2013 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था, लेकिन विक्टोरिया यूएस ओपन का पहला और करियर का तीसरा ग्रैंड स्लेम खिताब जीतने से एक बार फिर चूक गईं।
 
अजारेंका ने इससे पहले सेमीफाइनल में 23 बार की ग्रैंड स्लेम विजेता सेरेना के पराजित कर फाइनल में जगह बनाई थी जबकि ओसाका ने अमेरिकी खिलाड़ी जेनिफर ब्रॉडी को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

रोहित और कोहली का T20I टीम में चयन क्या विश्व कप में भारत को भारी पड़ेगा?

लक्ष्य और चिराग को भारतीय टीम में जगह मिलने से सेन परिवार में खुशी का माहौल

क्या विराट और रोहित दिखेंगे सलामी बल्लेबाजी करते हुए? यह 5 सवाल उठे

धोनी के हस्ताक्षर वाली टीशर्ट आज भी दिल के करीब संजोकर रखी है सुनील गावस्कर ने

तुम लोग कुछ भी कहो, मैं नहीं रुकने वाला

ब्रिटेन में चुनाव लड़ेंगे इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर

T20 World Cup : इस वजह से नहीं बना सके रिंकू सिंह टीम में जगह

IPL 2024 : हर्षित राणा पर लगा बैन, हरकत वापस दोहराने की मिली सजा

T20 World Cup : रिंकू सिंह का क्या था कसूर? हार्दिक पर क्यों मेहरबान चयनकर्ता?

IPL 2024 MI vs LSG: लखनऊ ने मुबंई को 4 विकेटों से हराया

अगला लेख