श्रीकांत बैडमिंटन की दुनिया के नए जादूगर : विजय गोयल

Webdunia
शनिवार, 1 जुलाई 2017 (18:56 IST)
नई दिल्‍ली। लगातार जीत का परचम लहराने वाले भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत को केंद्रीय खेलमंत्री विजय गोयल ने शनिवार को यहां सम्मानित किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद भी मौजूद थे। 
               
गोयल ने श्रीकांत को सम्मानित करते हुए कहा, किदाम्बी पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिन्होंने सुपर सीरीज़ प्रीमियर, सुपर सीरीज एवं ग्रां प्री गोल्ड तीनो श्रंखलाओं में विजय प्राप्त की है। पिछले हफ्ते ही श्रीकांत ने ऑस्ट्रेलिया ओपन में भी जीत का परचम लहराया था।
                
खेलमंत्री ने राष्ट्रीय कोच गोपीचंद की भी सराहना करते हुए कहा, गोपीचंद ने भी अपने निरंतर प्रयास और कोचिंग से देश को बेहतरीन बैडमिंटन खिलाड़ी दिए हैं चाहे वो पीवी सिंधु हो या अब श्रीकांत।
                
कोच गोपीचंद ने खेल मंत्रालय का आभार व्यक्त करते हुए कहा, प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने खेलों को बहुत गंभीरता से लिया है और खेलमंत्री गोयल निरंतर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते रहते हैं। गोयल ने निरंतर खेलों को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। 
 
श्रीकांत ने गोयल का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने पहली बार ऐसा खेलमंत्री देखा है जो न सिर्फ सोशल मीडिया पर बल्कि जमीनी स्तर पर भी खिलाड़ियों से जुड़े रहते हैं और हरसंभव मदद पहुंचाते हैं।
                 
गोयल ने कहा, हम चाहते हैं कि सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि विभिन्न खेल जैसे कुश्ती, कबड्डी, हॉकी, बैडमिंटन आदि खेलों को भी बराबर दर्शकों का समर्थन मिले और खेल मंत्रालय तथा भारतीय खेल प्राधिकरण निरंतर स्पोर्ट्स कल्चर को बल देने के लिए प्रयास कर रहे हैं और ठोस कदम उठा रहे हैं।
                  
खेलमंत्री ने साथ ही कहा कि यदि किसी भी खिलाड़ी, कोच, या अन्य स्टाफ को कोई भी समस्या हो तो उनके और मंत्रालय के दरवाजे सदैव उनके लिए खुले हैं और उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। (वार्ता)
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख