मैड्रिड। आधुनिक फुटबॉल के जादूगर कहे जाने वाले अर्जेन्टीना के सुपर स्टार फुटबॉलर लियोनेल मैसी (Lionel Messi) ने अपने ताज में एक और नगीना जड़ लिया है। मैसी ने रिकॉर्ड छठी बार अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था 'फीफा' (FIFA) के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीता है।
लियोनेल मैसी ने अपने क्लब और देश के लिए कठिन दौर में भी फुटबॉल के मैदान पर अपने फन का शानदार मुजाहिरा पेश किया है। छले सत्र में बार्सिलोना का प्रदर्शन औसत रहा जबकि कोपा अमेरिका के सेमीफाइनल में ब्राजील ने अर्जेंटीना को हरा दिया।
इसके बावजूद मैसी का प्रदर्शन 2019 में शानदार रहा। अब उनके नाम फुटबॉल के इतिहास में सबसे अधिक बार यह सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार हो गया है।
उन्होंने 5वां 'बलून डि ओर' पुरस्कार 4 साल पहले जीता था। उनके चिर प्रतिद्वंद्वी क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने 5 बार यह पुरस्कार जीता है जबकि जोहान क्रफ, माइकल प्लातिनी और मार्को वान बास्टेन के नाम पर 3-3 पुरस्कार दर्ज हैं।
मैसी ने इस साल 54 मैच खेलकर 46 गोल किए और 17 गोल में सूत्रधार की भूमिका निभाई। उन्होंने बार्सिलोना के लिए 44 मैचों में 41 गोल किए और 15 में सहायता की जिनमें 3 हैट्रिक शामिल हैं।
बतौर कप्तान मैसी ने पहले सत्र में टीम को लगातार तीसरा ला लिगा खिताब दिलाया। उन्होंने लेवांटे के खिलाफ फाइनल में विजयी गोल भी दागा। चैंपियंस लीग में हालांकि मैसी के 2 गोल के बावजूद बार्सिलोना को लीवरपूल ने सेमीफाइनल में हरा दिया। कोपा डेल रे के फाइनल में उसे वालेंशिया ने हराया।
चैंपियंस लीग में सर्वाधिक 12 गोल करके मैसी ने लगातार तीसरे साल गोल्डन शू पुरस्कार जीता जो उनके कैरियर का छठा खिताब था। कोपा अमेरिका में चिली के खिलाफ तीसरे स्थान के प्लेऑफ मुकाबले में रैफरिंग की आलोचना के कारण मैसी को 3 महीने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से निलंबन झेलना पड़ा।
लौटकर आने के बाद वे चोट के शिकार हो गए। इसके बाद भी उन्होंने 5 मैचों में 6 गोल किए। उन्होंने ला लिगा में 34वीं हैट्रिक लगाकर रोनाल्डो के रिकॉर्ड की बराबरी की।
क्लब के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले इस धुरंधर की हालांकि कई अधूरी ख्वाहिशें हैं जिनमें चैंपियंस लीग खिताब और विश्व कप ट्रॉफी शामिल है। उनके करियर के कुछ ही साल अब बचे हैं लेकिन अपने पैरों के जादू से उन्होंने इस खूबसूरत खेल के महानतम खिलाड़ियों में अपना नाम शामिल करा लिया है।