भारत की मालविका ने दुबारा किया उलटफेर, राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता को हराया

क्रिस्टी गिलमोर को हराकर मालविका क्वार्टर फाइनल में

WD Sports Desk
गुरुवार, 19 सितम्बर 2024 (12:45 IST)
भारतीय शटलर मालविका बंसोड़ ने गुरुवार को चाइना ओपन 2024 बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल में स्कॉटलैंड की किर्स्टी गिल्मर को हराकर क्वार्टरफाइनल में जगह बना ली हैं।

आज यहां एक घंटा और पांच मिनट तक चले मुकाबले में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ने दूसरे राउंड में दो बार की राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता स्कॉटलैंड की किर्स्टी गिल्मर को 21-17, 19-21,21-16 से हराया। इस जीत के साथ, वह साइना नेहवाल और पीवी सिंधु के बाद बीडब्ल्यूएफ सुपर 1000 टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला एकल शटलर बन गई हैं।

पहले गेम में स्कॉटलैंड की खिलाड़ी ने अच्छी शुरुआत की और बढ़त को बरकरार रखते हुए स्कोर को 11-5 से अपने हक में कर लिया था लेकिन इसके बाद मालविका ने गेम में वापसी करते हुए लगातार अंक हासिल करते हुए पहला गेम 21-17 से अपने नाम कर लिया।

निर्णायक गेम की शुरुआत से बंसोड़ गिल्मर पर हावी रही और 10-2 से बड़ी बढ़त हासिल कर ली। गिल्मर इस गेम को जीतने का पूरा प्रयास रही थीं और स्कोर को 20-16 तक पहुंचा दिया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली और बंसोड़ मैच जीतने में कामयाब रहीं।

पहले राउंड में बसोड़ ने शानदार खेल का मुजाहिरा करते हुए पेरिस ओलंपिक कांस्य पदक विजेता ग्रेगोरिया मारिस्का तुनजुंग को सीधे गेम में हराया था।

पांच मैचों में गिल्मर पर अपनी तीसरी जीत हासिल करने के बाद मालविका ने कहा, “यह निश्चित रूप से मेरे करियर की सबसे बड़ी जीत है। कल मैंने ग्रेगोरिया के खिलाफ जीत हासिल की। ​​यह पहली बार है जब मैं सुपर 1000 में क्वार्टरफाइनल खेलूंगी, इसलिए यह एक सपना सच होने जैसा है, मेरे जीवन की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है।”

मालविका क्वार्टरफाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन अकाने यामागुची से मुकाबला करेंगी।भारतीय शटलर ने कहा, “यह उनके (यामागुची) साथ तीसरी बार है। मैं सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करूंगी। मैं अच्छी फॉर्म में हूं, इसलिए मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी। दूसरे मैच में मेरा मुकाबला काफी करीबी रहा था, मैं 25-23, 21-19 से हार गई थी, इसलिए मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की उम्मीद है।”(एजेंसी)<>

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख