जीत के बाद जब जोकोविच ने गिफ्ट किया रैकेट, खुशी से झूम उठा यह बच्चा (वीडियो)

Webdunia
सोमवार, 14 जून 2021 (21:35 IST)
पेरिस: अपना 19वां ग्रैंड सलेम खिताब जीतने के बाद विश्व के नंबर एक खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने अपने एक युवा प्रशंसक को अपना रैकेट उपहार में भेंट कर दिया। इस युवा फैन का रैकेट मिलते ही ख़ुशी का ठिकाना नहीं था और उसने अपने ही अंदाज में रैकेट मिलाने की ख़ुशी का इजहार किया।

 
जोकोविच ने रविवार रात पांचवीं सीड यूनान के स्तेफानोस सितसिपास की कड़ी चुनौती पर चार घंटे 11 मिनट में 6-7, 2-6, 6-3, 6-2, 6-4 से काबू पाते हुए वर्ष के दूसरे ग्रैंड स्लेम फ्रेंच ओपन का खिताब जीत लिया। जोकोविच का यह 19वां ग्रैंड स्लेम खिताब थ।
 
सर्बियाई खिलाड़ी ने युवा प्रशंसक को रैकेट देने के बाद कहा , ''मैं इस लडके को नहीं जानता लेकिन वह पूरे मैच के दौरान जैसे मेरे कान में कुछ न कुछ कहता रहा खास तौर पर जब मैं दो सेट से पीछे था। ''जोकोविच ने कहा, "वह लगातार मेरा उत्साह बढ़ाता रहा। वह वास्तव में मुझे रणनीति देता रहा जैसे अपनी सर्विस कायम रखो, पहली बॉल को आसानी से खेलो और उसके बाद प्रहार करो और उसके (सितसिपास) बैकहैंड पर दबाव बनाओ । ''
 
नंबर एक खिलाड़ी ने कहा, '' दूसरे शब्दों में कहूँ तो वह मुझे कोचिंग दे रहा था। मुझे यह सब देखकर बहुत अच्छा लगा। मैच के बाद मैंने महसूस किया कि वह सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति है जिसे मैं अपना रैकेट दे सकता हूं।''जोकोविच से रैकेट मिलाने के बाद उस लडके की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था। उसके आसपास मौजूद लोगों ने लडके को गले लगाकर बधाई दी।
<

Novak Djokovic Gifts Winning Racquet to Young Fan#newsmo #novak #frenchopen #wimbledon #novakdjokovic #grandslam #tennis #Vertical pic.twitter.com/hbLwTd7H66

— IndiaToday (@IndiaToday) June 14, 2021 >
जोकोविच के दो-दो बार सभी ग्रैंड स्लेम खिताब जीतने की उपलब्धि इससे पहले दुनिया के दो और खिलाड़ियों रॉय एमर्सन और रोड लेवर को हासिल थी। जोकोविच अपने 19 वें ग्रैंड स्लेम खिताब से अब स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर और स्पेन के नडाल के 20-20 ग्रैंड स्लेम खिताबों के विश्व रिकॉर्ड से मात्र एक ग्रैंड स्लेम पीछे रह गए हैं।
 
 
सर्बियाई खिलाड़ी ने इससे पहले रोलाँ गैरो में खिताब 2016 में जीता था। विश्व के नंबर एक खिलाड़ी ने इस सत्र की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब नौंवीं बार जीता था। वर्ष 2016 में जोकोविच 1992 में जिम कूरियर के बाद मेलबोर्न और पेरिस का डबल पूरा करने वाले पहले खिलाड़ी और लेवर तथा एमर्सन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे खिलाड़ी बने थे।
 
जोकोविच का 19 वें ग्रैंड स्लेम खिताब तक का सफर आसान नहीं रहा था। क्वार्टरफाइनल में मुसेटी ने पहले दो सेट जीतकर जोकोविच को चौंका दिया। लेकिन सर्बियाई खिलाड़ी ने अगले तीन सेट जीतकर मुसेटी को शांत कर दिया था कि निर्णायक सेट में 0-4 से पिछड़ने के बाद उन्होंने मैच ही छोड़ दिया। जोकोविच ने सेमीफाइनल में ऊंचे दर्जे की टेनिस का प्रदर्शन करते हुए नडाल को चार घंटे 11 मिनट में 3-6, 6-3, 7-6(4), 6-2 से पराजित किया।
 
 
पहली बार ग्रैंड स्लेम फ़ाइनल खेल रहे सितसिपास ने पहला सेट टाई ब्रेक में 8-6 से जीत लिया और दूसरा सेट भी 6-2 से कब्ज़ा लिया। जब ऐसा लगाने लगा कि सितसिपास इस बार उलटफेर कर जाएंगे कि टॉप सीड जोकोविच ने तीसरे सेट से ऐसी लय पकड़ी कि फिर उन्होंने खिताब जीत कर ही दम लिया।
 
इस जीत के साथ जोकोविच ओपन युग में छठे ऐसे खिलाड़ी बन गए जिन्होंने ग्रैंड स्लेम फॉइनल में दो सेट से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए खिताबी जीत हासिल की। सितसिपास का इस हार के साथ यूनान का पहला ग्रैंड स्लेम चैंपियन बननेका सपना टूट गया। पहले दो सेट गंवाने के बाद जोकोविच ने तीसरे सेट में शुरूआती ब्रेक हासिल कर 3-1 की बढ़त बना ली। इस बढ़त ने सर्बियाई खिलाड़ी के खेल को पूरी तरह बदल डाला।
 
 
तीसरा सेट जीतने के बाद जोकोविच ने चौथे सेट में डबल ब्रेक से 4-0 की बढ़त बना ली। उन्होंने यह सेट 39 मिनट में 6-2 के स्कोर पर समाप्त किया। जोकोविच ने दूसरे सेट के बाद एक भी ब्रेक अंक का सामना नहीं किया जबकि 22 वर्षीय सितसिपास ने अपने दो सर्विस गेम में तीन ब्रेक अंक बचाये। लेकिन निर्णायक सेट में शुरुआत में सर्विस गंवाकर 1-2 से पिछड़ जाने का नुकसान उन्हें अंत में भारी पड़ा और विश्व के नंबर एक खिलाड़ी ने चार घंटे 11 मिनट में मुकाबला समाप्त कर अपना 19वां ग्रैंड स्लेम खिताब जीत लिया।(वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

INDvsNZ सीरीज के बाद इन 4 में से 2 सीनियर खिलाड़ियों हमेशा के लिए होंगे ड्रॉप

पहले 68 साल में सिर्फ 2 टेस्ट तो भारत में इस सीरीज के 10 दिनों में 3 टेस्ट मैच जीती न्यूजीलैंड

IPL को रणजी के ऊपर तरजीह देने के कारण ROKO हुए बर्बाद, सचिन गांगुली नहीं करते ऐसी गलती

श्रीलंका और भारत में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गंभीर पर उठ रहे सवाल

टेस्ट इतिहास का सबसे अनचाहा रिकॉर्ड बनने पर रोहित शर्मा बोले यह सबसे खराब दौर

वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे T20I में फील्डिंग की खामियों को दूर करने उतरेगा भारत

कोहली को मुश्किलों से उबरने के लिए सिडनी में तेंदुलकर की 241 रन की पारी को देखना चाहिए: गावस्कर

शुभमन का शानदार कैच पकड़ने वाले मार्श स्लिप्स में रहते हैं घबराए हुए (Video)

दर्द से कराह रहे थे मोहम्मद सिराज फिर भी टीम इंडिया के लिए जारी रखी गेंदबाजी

विराट कोहली बने खुद के दुश्मन, बार-बार एक ही गलती पड़ रही भारी, देखें चौकाने वाले आंकड़े

अगला लेख