मकाऊ ओपन बैडमिंटन में पीवी सिंधु की खिताबी हैट्रिक

Webdunia
रविवार, 29 नवंबर 2015 (18:51 IST)
मकाऊ। भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने को मकाऊ ओपन ग्रांप्री. गोल्ड में महिला एकल वर्ग के फाइनल मुकाबले में जापान की मिनात्सु मितानी को हराकर तीसरी बार खिताबी जीत हासिल की। 
विश्व चैम्पियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुकीं सिंधु ने 120,000 डॉलर इनामी राशि वाले टूर्नामेंट के फाइनल में छठी वरीय मितानी को तीन सेटों तक खिंचे संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-9, 21-23, 21-14 से हराया।
 
पांचवीं वरीय सिंधु को खिताबी जीत हासिल करने में एक घंटा छह मिनट तक संघर्ष करना पड़ा। इस जीत के साथ सिंधु ने मितानी के खिलाफ जीत-हार का आंकड़ा 1-1 से बराबर कर लिया। सिंधु ने बेहद दमदार शुरुआत की और जल्द ही 5-1 की बढ़त हासिल कर ली। 
 
पहले गेम में सिंधु अपनी प्रतिद्वंद्वी पर पूरी तरह हावी रहीं, जो 11-4 और 16-5 की उनकी बढ़त से समझा जा सकता है। सिंधु ने अंतत: 21-9 से यह गेम आसानी से जीत लिया।
 
18वीं विश्व वरीयता प्राप्त मितानी ने हालांकि दूसरे गेम में जबरदस्त संघर्ष किया। सिंधु दूसरे गेम में भी एक समय 7-4 से आगे चल रही थीं, लेकिन जीत के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ उतरीं मितानी 11-9 से आगे निकल गईं। 
 
सिंधु ने भी अपने खेल का स्तर उठाते हुए स्कोर 16-16 से बराबर कर लिया। लेकिन मितानी के कड़े संघर्ष के आगे उन्हें 21-23 से घुटने टेकने पड़े।
 
तीसरे और निर्णायक गेम में सिंधु फिर से अपनी सर्वश्रेष्ठ लय में दिखीं। वह बेहद सतर्कता से खेलने के साथ-साथ आक्रामक रुख भी अपना रही थीं। तीसरे गेम के मध्यांतर तक सिंधु ने 11-7 की बढ़त हासिल कर ली। छोर बदलने के बाद सिंधु ने लगातार तीन अंक अर्जित किए और अपनी बढ़त सात अंकों की कर ली। 
 
इस बीच मितानी ने लाइन पर निर्णय लेने में कई चूक किए, जिसका फायदा सिंधु को मिला। मितानी ने अंत तक हार नहीं मानी और तीन मैच पॉइंट बचाने में सफल रहीं, लेकिन अंतत: सिंधु ने आखिरी उनके संघर्ष पर विराम लगाते हुए तीसरी बार मकाऊ ओपन खिताब अपने नाम कर लिया।
 
18वीं विश्व वरीयता प्राप्त मितानी ने हालांकि दूसरे गेम में जबरदस्त संघर्ष किया। सिंधु दूसरे गेम में भी एक समय 7-4 से आगे चल रही थीं, लेकिन जीत के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ उतरीं मितानी 11-9 से आगे निकल गईं। सिंधु ने भी अपने खेल का स्तर उठाते हुए स्कोर 16-16 से बराबर कर लिया। लेकिन मितानी के कड़े संघर्ष के आगे उन्हें 21-23 से घुटने टेकने पड़े।
 
तीसरे और निर्णायक गेम में सिंधु फिर से अपनी सर्वश्रेष्ठ लय में दिखीं। वह बेहद सतर्कता से खेलने के साथ-साथ आक्रामक रुख भी अपना रही थीं। तीसरे गेम के मध्यांतर तक सिंधु ने 11-7 की बढ़त हासिल कर ली। छोर बदलने के बाद सिंधु ने लगातार तीन अंक अर्जित किए और अपनी बढ़त सात अंकों की कर ली। 
 
इस बीच मितानी ने लाइन पर निर्णय लेने में कई चूक किए, जिसका फायदा सिंधु को मिला। मितानी ने अंत तक हार नहीं मानी और तीन मैच पॉइंट बचाने में सफल रहीं, लेकिन अंतत: सिंधु ने आखिरी उनके संघर्ष पर विराम लगाते हुए तीसरी बार मकाऊ ओपन खिताब अपने नाम कर लिया।
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