उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कोरोना संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निशानेबाज चंद्रो तोमर को सम्मान देने का फैसला किया है। नोएडा में स्थापित शूटिंग रेंज का नामकरण शूटर दादी के नाम से मशहूर चंद्रो तोमर के नाम पर किया जाएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। शूटर दादी का 30 अप्रैल को मेरठ के एक अस्पताल में कोविड-19 के चलते निधन हो गया था।
योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा, ''नोएडा में स्थापित शूटिंग रेंज को अब प्रख्यात निशानेबाज, जीवटता, जिजीविषा व नारी सशक्तिकरण की प्रतीक 'चन्द्रो तोमर जी' के नाम से जाना जाएगा। 'चन्द्रो तोमर जी' के नाम पर शूटिंग रेंज का नामकरण, यूपी सरकार के 'मिशन शक्ति' अभियान की भावनाओं के अनुरूप मातृ शक्ति को नमन है।''
जानकारी के लिए बता दें कि चंद्रो तोमर और रिश्तेदार प्रकाशी तोमर ने 1960 के दशक में निशानेबाजी शुरू की थी और दोनों ने इस क्षेत्र में कई कीर्तिमान स्थापित किए। उन्होंने निशानेबाजी में 30 राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीते। चंद्रो तोमर को दुनिया में सबसे अधिक उम्र की निशानेबाज के तौर पर भी जाना जाता है।
चंद्रो तोमर और प्रकाशी तोमर के जीवन पर साल 2019 में फिल्म 'सांड की आंख' भी बनी थी। इसमें तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर मुख्य किरदार में नजर आई थी। चंद्रो तोमर ने 60 साल की उम्र में प्रोफेशनल निशानेबाजी शुरू की थी। अप्रैल में जब कोरोना वायरस संक्रमण के बाद उनका निधन हुआ उस समय उनकी उम्र 89 साल थी।
उत्तर प्रदेश सरकार का यह फैसला राजनीतिक मायनोंमें भी काफी अहम माना जा रहा है। शूटर दादी चंद्रो तोमर बागपत के जौहड़ी गांव से ताल्लुख रखती थीं और पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनका काफी दबदबा और सम्मान था।