मुंबई: भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने गुरुवार को घोषणा की कि कंपनी उन भारतीय खिलाड़ियों को अल्ट्रोज कार देगी, जो टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक से चूक गये थे। भारतीय गोल्फर अदिति अशोक, पहलवान दीपक पूनिया और महिला हॉकी टीम रविवार को समाप्त हुए टोक्यो खेलों में चौथे स्थान पर रही थी।
विज्ञप्ति के अनुसार, इन खिलाड़ियों ने ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया और मानक स्थापित किए और देश के कई युवा खिलाड़ियों को खेल में आने के लिए प्रेरित किया। टाटा मोटर्स के पैसेंजर वेहिकल बिजनेस के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने कहा, भारत के लिए यह ओलंपिक पदक और पोडियम पर रहने वाले खिलाड़ियों से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण रहा। हमारे कई खिलाड़ी पोडियम पर पहुंचने के करीब पहुंचे। वे भले ही पदक से चूक गये हों लेकिन उन्होंने अपने समर्पण से लाखों भारतीयों का दिल जीत लिया और वे भारत में उभरते हुए खिलाड़ियों के लिए सच्ची प्रेरणा हैं।
वहीं, लखनऊ की एक रीयल स्टेट कंपनी ने स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा के लिये पांच लाख रुपए के पुरस्कार की घोषणा की। वी प्लस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने इसके अलावा ओलंपिक चैम्पियन के लिए अन्य सुविधाएं देने और उन्हें सम्मानित करने की भी घोषणा की।
बता दें कि पहली बार भारत ने टोक्यो ओलंपिक में 7 मेडल जीते। इससे पहले 2012 लंदन ओलंपिक में 6 मेडल मिले थे। 2012 लंदन ओलंपिक में भी भारत को 6 मेडल मिले थे, तब 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल खिलाड़ियों ने जीते थे। इस बार टोक्यो ओलंपिक में भारत ने 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।
महिला हॉकी पहुंची सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग पर
महिला हॉकी की बात करें तो अपने पहले 3 मैच हार चुकी महिला टीम ने गजब की वापसी की। आयरलैंड और दक्षिण अफ्रीका को हराकर टीम ने क्वार्टरफाइनल खेला। क्वार्टरफाइनल में वह हुआ जिसकी किसी को आशा नहीं थी।ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर टीम सेमीफाइनल में पहुंची।
सेमीफाइनल में अर्जेंटीना जैसी टीम को भारतीय महिला हॉकी टीम ने टक्कर दी और मैच 1-2 से हारी। इसके बाद कांस्य पदक मुकाबले में भी गत विजेता ग्रेट ब्रिटेन से उसे 3-4 से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस मैच के बाद टीम अब तक की सबसे श्रेष्ठ रैंकिंग 6 पर पहुंच गई थी।
फाइनल तक पहुंची थी अदिति अशोक
भारत की अदिति अशोक ओलंपिक खेलों की गोल्फ स्पर्धा में पदक से मामूली अंतर से चूक गई और खराब मौसम से प्रभावित चौथे दौर में तीन अंडर 68 का स्कोर करके चौथे स्थान पर रही। अदिति का कुल स्कोर 15 अंडर 269 रहा और वह दो स्ट्रोक्स से चूक गई।ओलंपिक में ऐतिहासिक पदक के करीब पहुंची अदिति ने दूसरे नंबर से शुरुआत की थी लेकिन वह पिछड़ गई।
वहीं कांटे के मुकाबले में दीपक पुनिया कांस्य पदक हार गए थे। अपने अजरबैजान के प्रतिद्वंदी से 2-1 से आगे रहे दीपक अंतिम 10 सेकेंड में 2 अंक गवा बैठे और 2-4 से हार गए थे।