टोक्यो ओलंपिक में जिस खेल ने पूरे टूर्नामेंट में भारतीयों को बांधे रखा वह था हॉकी। ब्रॉन्ज मेडल मैच में देश को हंसाने वाली और रुलाने वाली हॉकी टीम ही थी।
टोक्यो से दिल्ली एयरपोर्ट पर आगमन के बाद टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले पुरुष और महिला खिलाड़ियों के लिए हॉकी इंडिया ने विशेष केक कटिंग सेरेमनी रखी।
पुरुष हॉकी टीम का प्रदर्शन शानदार रहा। टोक्यो ओलंपिक मे टीम सिर्फ 2 मैच हारी। भारत ने पहले मैच में न्यूजीलैंड को 3-2 से हराकर अपने अभियान की शुरुआत की हालांकि ऑस्ट्रेलिया से हुए अगले ही मैच में टीम को 1-7 से हार झेलनी पड़ी। लेकिन इसके बाद टीम ने पीछे मुड़कर नहीं देखा अर्जेंटीना, जापान को हराकर टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंची और ग्रेट ब्रिटेन को मात दी।
इसके बाद बेल्जियम से सेमीफाइनल मुकाबला 2-5 से हारने के बाद टीम ने वापसी की और कांस्य पदक मैच में जर्मनी को 5-4 से हराया।
वहीं महिला हॉकी की बात करें तो अपने पहले 3 मैच हार चुकी महिला टीम ने गजब की वापसी की। आयरलैंड और दक्षिण अफ्रीका को हराकर टीम ने क्वार्टरफाइनल खेला। क्वार्टरफाइनल में वह हुआ जिसकी किसी को आशा नहीं थी।ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर टीम सेमीफाइनल में पहुंची।
सेमीफाइनल में अर्जेंटीना जैसी टीम को भारतीय महिला हॉकी टीम ने टक्कर दी और मैच 1-2 से हारी। इसके बाद कांस्य पदक मुकाबले में भी गत विजेता ग्रेट ब्रिटेन से उसे 3-4 से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस मैच के बाद टीम अब तक की सबसे श्रेष्ठ रैंकिंग 6 पर पहुंच गई थी।
आशा है महिला टीम अगली बार कांस्य पदक और पुरुष टीम स्वर्ण पदक लाएगी। (वेबदुनिया डेस्क)