भारतीय फुटबॉल की बदहाली: AIFF के पतन की दशा बताती एक नई किताब

WD Sports Desk
शनिवार, 19 जुलाई 2025 (09:19 IST)
All India Football Federation : पिछले 24 महीनों में भारतीय फुटबॉल की दशा बद से बदतर हो गई है और हाल में आई एक नई किताब में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) और उसके अध्यक्ष कल्याण चौबे के कथित तौर पर राह से भटक जाने का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया गया है। भारतीय पुरुष टीम फीफा रैंकिंग में गिरकर 133वें स्थान पर आ गई है जो पिछले नौ साल में सबसे खराब रैंकिंग है। वहीं कुछ महीनों में शुरू होने वाली शीर्ष स्तरीय इंडियन सुपर लीग (ISL) का आगामी सत्र भी अधर में लटका हुआ है क्योंकि इसके आयोजक फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) और एआईएफएफ ने अभी तक ‘मास्टर्स राइट्स एग्रीमेंट’ का नवीनीकरण नहीं किया है।
<

Kalyan Chaubey can't run country's football. His leadership is weak, we can't even see a single step of progress under his leadership.

It's sad that a country of 1.5 B people is suffering in Football.
Talent was never the issue with us, this leaders are. pic.twitter.com/PZUwM4umWQ

— Mohunbagan : The National Club of India   (@krirapremi) October 27, 2024 >
खेल पत्रकार जयदीप बासु ने अपनी किताब ‘हू स्टोल माई फुटबॉल’ में चौबे (Kalyan Chaubey) के नेतृत्व में भारतीय फुटबॉल के प्रणालीगत पतन का अंदरूनी विवरण दिया है जिसमें वित्तीय कुप्रबंधन भी शामिल है।

<

WHO STOLE MY FOOTBALL

Please read my latest book on Indian football.https://t.co/CSxI1C3T7x

— Jaydeep Basu (@jaydeepbasu) July 12, 2025 >
बासु एआईएफएफ के मीडिया निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं और संगठन में होने वाले विकास से अवगत रहे हैं, जिसका उन्होंने विस्तार से वर्णन किया है। (भाषा) 

ALSO READ: 2036 ओलंपिक में मेडल नहीं, डंका बजेगा भारत का: शाह का गेम चेंजर विज़न

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख