भुवनेश्वर:हॉकी इंडिया ने गुरुवार को आगामी एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप 2021 के लिए 18 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा कर दी।ओडिशा के भुवनेश्वर में 24 नवंबर से शुरू होने वाले इस टूर्नामेंट में दुनिया भर की 16 शीर्ष टीमें खिताब के लिए लड़ेंगी, जबकि भारतीय टीम अपना टाइटल डिफेंड करेगी।
हॉकी इंडिया ने टीम की कप्तानी ऐतिहासिक ओलंपिक कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे मिडफील्डर विवेक सागर प्रसाद (निवासी- इटारसी, म. प्र) को सौंपी है, जबकि डिफेंडर संजय को उप कप्तान बनाया गया है जो ब्यूनस आयर्स में युवा ओलंपिक खेलों 2018 में रजत पदक जीतने वाली भारतीय अंडर-18 टीम का हिस्सा थे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम टूर्नामेंट में 24 नवंबर को फ्रांस के खिलाफ मुकाबले के साथ अपने अभियान की शुरुआत करेगी। राउंड रॉबिन लीग में दूसरे मैच में 25 नवंबर को उसका सामना कनाडा से होगा और इसके बाद वह 27 नवंबर को पोलैंड से भिड़ेगी। नॉकआउट मैच एक से पांच दिसंबर के बीच होंगे। भारत के अलावा इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली अन्य टीमों में बेल्जियम, नीदरलैंड, अर्जेंटीना, जर्मनी, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, पाकिस्तान, कोरिया, मलेशिया, पोलैंड, फ्रांस, चिली, स्पेन और अमेरिका शामिल है।
18 सदस्यीय भारतीय टीम में विवेक सागर और संजय के अलावा अन्य खिलाड़ियों में शारदानंद तिवारी, प्रशांत चौहान, सुदीप चिरमाको, राहुल कुमार राजभर, मनिंदर सिंह, पवन, विष्णुकांत सिंह, अंकित पाल, उत्तम सिंह, सुनील जोजो, मनजीत, रबीचंद्र सिंह मोइरंगथेम, अभिषेक लाकड़ा, यशदीप सिवाच, गुरमुख सिंह और अरायजीत सिंह हुंदल शामिल हैं।
इसके अलावा दीनाचंद्र सिंह मोइरंगथेम और बॉबी सिंह धामी को अतिरिक्त खिलाड़ियों के रूप में चुना गया है, जिन्हें मूल टीम के किसी खिलाड़ी के चोटिल होने या कोरोना के कारण टूर्नामेंट से बाहर होने पर ही खेलने की अनुमति दी जाएगी।
टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने टीम चयन के बारे में कहा, “ किसी देश के प्रतिनिधित्व के लिए उसके सर्वश्रेष्ठ 18 खिलाड़ियों का चयन करना खेल में सबसे कठिन काम है। इन खिलाड़ियों में से प्रत्येक ने पिछले 12-18 महीनों से इस टीम को बनाने की कोशिश में अपना सब कुछ लगा दिया है। कोरोना के कारण लगे प्रतिबंधों और लॉकडाउन के चलते बहुत बड़ा बलिदान दिया गया है। हमने 20 खिलाड़ियों का एक समूह चुना है। 18 खिलाड़ियों की मूल टीम हैं और दो अतिरिक्त खिलाड़ी हैं। हमें विश्वास है कि यह टीम हमें जूनियर विश्व कप चैंपियंस के रूप में अपने खिताब को डिफेंड करने का सबसे अच्छा मौका देगी। यह बहुत अधिक लचीलेपन और शानदार खिलाड़ियों वाला एक संतुलित पक्ष है। बड़े मंच पर प्रदर्शन करने वाले इन खिलाड़ियों के लिए एक-दूसरे पर भरोसा करना और अपनी तैयारी पर भरोसा करना महत्वपूर्ण होगा।”
कोच ने भुवनेश्वर में चल रही टीम की तैयारियों के बारे में कहा, “खिलाड़ी पिछले कुछ दिनों से कलिंग हॉकी स्टेडियम में प्रशिक्षण के अवसर का भरपूर आनंद ले रहे हैं जो हमारे खेल में एक प्रतीक बन गया है। भले ही मैदान खाली होगा, लेकिन ओलंपिक ने साबित कर दिया है कि सभी लोग हॉकी के खेल का आनंद घर बैठे ही ले सकते हैं।”(वार्ता)