मनप्रीत सिंह ने कहा, आक्रामक हॉकी भारत का मजबूत पक्ष

Webdunia
मंगलवार, 11 दिसंबर 2018 (17:48 IST)
भुवनेश्वर। विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड से मुकाबले की उम्मीद कर रहे भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने मंगलवार को यहां कहा कि वे आक्रामक हॉकी खेलना जारी रखेंगे क्योंकि अब टूर्नामेंट में गलती करने की कोई गुंजाइश नहीं बची है। 

 
क्वार्टर फाइनल में भारत का सामना कनाडा और विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज नीदरलैंड के बीच मंगलवार शाम को होने वाले क्रॉसओवर मैच के विजेता से होगा। ज्यादातर लोगों की तरह मनप्रीत को भी लगता है कि नीदरलैंड की टीम क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करेगी। 
 
भारतीय कप्तान ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि हॉलैंड (नीदरलैंड) की टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी क्योंकि उनकी टीम काफी बेहतर है लेकिन जो भी क्वार्टर फाइनल में पहुंचे हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। यह नाकआउट मैच होगा, 'करो या मरो' का मैच होगा, जिसमें कोई दूसरा मौका नहीं मिलेगा। हमें कोई भी मौका चूकना नहीं होगा और साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हम दूसरी टीम को कम मौके दें।
 
मनप्रीत ने कहा कि हमें आक्रामक हॉकी खेलनी होगी, जो हमारा मजबूत पक्ष है। हम जब रक्षात्मक हॉकी खेलते हैं तो हम बहुत ज्यादा रक्षात्मक हो जाते हैं, जिससे विरोधी टीम को अधिक मौके मिलते हैं। हमें शुरुआत से उन पर दबाव बनाना होगा। 
 
उन्होंने कहा कि क्वार्टर फाइनल में मौकों का फायदा उठाना जीत के लिए जरूरी होगा। इस मिडफील्डर ने कहा, यह काफी कड़ा मुकाबला होगा और जो टीम अपने मौके को ज्यादा भुनाएगी उसके जीतने का मौका अधिक होगा।
 
उन्होंने कहा कि अगर आप सेमीफाइनल में पहुंचते हैं तो आपके पास पोडियम में जगह बनाने का मौका होगा। आप पदक से एक मैच दूर होंगे लेकिन आप क्वार्टर फाइनल में हारे तो आपको दूसरा मौका नहीं लेगा। मनप्रीत ने तीन बार की चैम्पियन नीदरलैंड के खिलाफ मैदान में क्या करना है और टीम को किस चीज से बचना होगा यह भी बताया।
 
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हॉलैंड के साथ हमारा मुकाबला अच्छा रहा है। चैम्पियन्स ट्रॉफी में हमने उनसे ड्रॉ खेला था। हमने उन्हें पहले भी हराया है।
 
कप्तान ने कहा, हमारा लक्ष्य रक्षापंक्ति को मजबूत करना होगा। हॉलैंड के पास मिडफील्ड में अनुभवी और बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। उनके पास अच्छे स्ट्राइकर हैं। हमारा लक्ष्य शुरुआत में आक्रमण करने का होगा। हम उन्हें आसान मौके नहीं देंगे और हमें अपने मौकों को भुनाना होगा।

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