ध्यानचंद के नाम की सिफारिश नहीं की थी

Webdunia
बुधवार, 30 जुलाई 2014 (23:30 IST)
FILE
नई दिल्ली। खेल और युवा मंत्रालय ने इस बात से इनकार किया है कि उसने 2013-14 में हॉकी के जादूगर दिवंगत मेजर ध्यानचंद ने नाम की सिफारिश 'भारत रत्न' प्रदान करने के लिए की थी।

खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने राज्य सभा में इस बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘खेल और युवा मंत्रालय की तरफ से इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया था, जिसमें ध्यानचंद के नाम की सिफारिश खेल रत्न के लिए की गई हो।’

खेल मंत्रालय ने हालांकि कहा कि 16 जुलाई 2013 को तब के खेल राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री कार्यालय को सलाह दी थी कि ध्यानचंद को भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा जाना चाहिए और ऐसी ही राय उस समय प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) की भी थी।

एक सवाल के जवाब में मंत्रालय ने कहा, ‘भारत रत्न पुरस्कार की सिफारिश प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को की जाती है। इस बारे में कोई औपचारिक सिफारिश की जरूरत नहीं होती है तथा इस नियम के बारे में किसी भी बदलाव करने की सिफारिश नहीं है।’

प्रधानमंत्री ने 2013 में भारत रत्न की सिफारिश महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और वैज्ञानिक सीएनआर राव के लिए की थी जिसे बाद में राष्ट्रपति ने अपनी स्वीकृति दे दी थी। खेल मंत्रालय की ध्यानचंद वाली सिफारिश पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस मामले पर गौर नहीं किया। (भाषा)
Show comments

रोहित और कोहली का T20I टीम में चयन क्या विश्व कप में भारत को भारी पड़ेगा?

लक्ष्य और चिराग को भारतीय टीम में जगह मिलने से सेन परिवार में खुशी का माहौल

क्या विराट और रोहित दिखेंगे सलामी बल्लेबाजी करते हुए? यह 5 सवाल उठे

धोनी के हस्ताक्षर वाली टीशर्ट आज भी दिल के करीब संजोकर रखी है सुनील गावस्कर ने

तुम लोग कुछ भी कहो, मैं नहीं रुकने वाला

ब्रिटेन में चुनाव लड़ेंगे इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर

T20 World Cup : इस वजह से नहीं बना सके रिंकू सिंह टीम में जगह

IPL 2024 : हर्षित राणा पर लगा बैन, हरकत वापस दोहराने की मिली सजा

T20 World Cup : रिंकू सिंह का क्या था कसूर? हार्दिक पर क्यों मेहरबान चयनकर्ता?

IPL 2024 MI vs LSG: लखनऊ ने मुबंई को 4 विकेटों से हराया

अगला लेख