महिला वर्ग में विनेश ने 48 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीत लिया। उन्नीस वर्षीय विनेश ने खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड की याना रैटिगन की कड़ी चुनौती पर 11-8 से काबू पाते हुए स्वर्ण अपने नाम किया। विनेश ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में अच्छी शुरुआत की और दो अंक बटोर डाले, लेकिन रैटिगन ने फिर चार अंक लेकर भारतीय पहलवान पर दबाव बना दिया।
बलाली की विनेश ने फिर एक के बाद एक दो-दो अंक लेकर पहले राउंड में 6-4 की बढ़त बना ली। दूसरे राउंड में दोनों पहलवानों के बीच जबरदस्त मुकाबला हुआ। विनेश ने स्कोर को 10-4 पहुंचाया तो रैटिगन ने अंतर घटाते हुए स्कोर 8-10 कर दिया। विनेश ने फिर एक अंक लेकर अपनी बढ़त 11-8 पहुंचा दी और अंतिम 15 सेकंड में रैटिगन को कोई दांव लगाने से रोके रखा।
मुकाबला खत्म होते ही विनेश ने विजेता होने की खुशी में अपने दोनों हाथ उठा दिए जबकि रैटिगन नजदीकी मुकाबला हारने के बाद रो पड़ीं। विनेश ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में नाइजीरिया की रोजमैरी वेके को 7-1 से और फिर सेमीफाइनल में कनाडा की जासमिन मियान को एकतरफा अंदाज में 12-1 से हराया था।
द्रोणाचार्य अवॉर्डी महासिंह राव के शिष्य राजीव तोमर पर सभी की निगाहें टिकी हुई थीं कि वे 125 किग्रा के सुपर हैवीवेट वर्ग में भारत को चौथी स्वर्णिम कामयाबी दिला पाते हैं या नहीं। तोमर ने भरपूर कोशिश की लेकिन कनाडा के पहलवान कोरी जारविस ने तोमर को दांव लगाने का कोई मौका नहीं दिया और 3-0 से यह मुकाबला जीतकर स्वर्ण अपने नाम कर लिया। इसके बावजूद भारत की कुश्ती के पहले दिन जबरदस्त शुरुआत हुई और उसने तीन स्वर्ण और एक रजत पदक जीत डाला। (वार्ता)