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दूसरे दिन भी गिरावट में रहे शेयर बाजार

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, गुरुवार, 27 सितम्बर 2018 (17:11 IST)
मुंबई। चालू खाता घाटा बढ़ने की आशंकाओं को दूर करने के लिए कुल 19 वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाए जाने और बैंकों की तरलता बढ़ाने के संबंध में रिजर्व बैंक की घोषणा जैसी सकारात्मक खबरों के बावजूद  अधिकतर विदेशी बाजारों में रही गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में एक फीसदी की बढ़त के दबाव में घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को लगातार दूसरे दिन लाल निशान में बंद हुए।


अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में बढ़ोतरी भी निवेश धारणा के खिलाफ रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स आज 218.10 अंक टूटकर 36,324.17 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 76.25 अंक की गिरावट में 11,053.80 अंक पर बंद हुआ। डॉलर की तुलना में रुपए की मजबूती और 19 गैर जरूरी उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने की सरकार की घोषणा के दम पर सेंसेक्स की शुरुआत बढ़त के साथ 36,691.93 अंक से हुई। कारोबार के दौरान यह 36,71.162 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंचा।

कच्चे तेल की कीमतों में एक फीसदी की तेजी और फेड रिजर्व के ब्याज दर बढ़ाने की घोषणा से हतोत्साहित होकर की गई बिकवाली के दबाव में यह 36,238.23 अंक के दिवस के निचले स्तर तक फिसला और अंतत: गत दिवस की तुलना में 0.60 प्रतिशत की गिरावट में 36,324.17 अंक पर बंद हुआ। वित्त मंत्रालय ने डॉलर की तुलना में रुपए में आई गिरावट के कारण चालू खाता घाटा में संभावित बढ़ोतरी से निपटने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए एयर कंडिशनर, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन, फुटवेयर, हीरे-जवाहरात तथा सोना-चांदी एवं इनसे बने आभूषणों सहित कुल 19 गैरजरूरी वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाया है।

जिन उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाया या लगाया गया है उनका वित्त वर्ष 2017-18 में कुल आयात 86 हजार करोड़ रुपए का रहा है। रिजर्व बैंक ने भी बैंकों को तरलता कवरेज अनुपान की जरूरतों को पूरा करने के लिए वैधानिक तरलता अनुपात (एसएलआर) में सरकार प्रतिभूतियों की सीमा को दो फीसदी बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया है। इससे बैंकों के पास तरलता बढ़ेगी। अभी 19.5 प्रतिशत है जिसमें अब बैंक 15 फीसदी सरकारी प्रतिभूति रख सकेंगे।

इन प्रयासों के बावजूद निवेशकों का रुझान जोखिमभरे निवेश में कम रहा। बाजार पर नकारात्मकता आज भी हावी रही। रिएल्टी के सूचकांक में सबसे अधिक 2.79 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। बीएसई के 20 समूहों में से मात्र आईटी और टेक के सूचकांक में तेजी रही। निफ्टी का ग्राफ भी सेंसेक्स की तरह रहा और यह तेजी में 11,079.80 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 11,089.45 अंक के दिवस के उच्चतम और 10,953.35 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 0.69 प्रतिशत टूटकर 11,053.80 अंक पर बंद हुआ।

निफ्टी की 31 कंपनियां गिरावट में और 19 तेजी में रहीं। दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा छोटी और मझोली कंपनियों में अधिक बिकवाली देखने को मिली। बीएसई का मिडकैप 2.19 प्रतिशत यानी 336.31 अंक फिसलकर 15,005.71 अंक पर और स्मॉलकैप 1.97 प्रतिशत यानी 299.79 अंक की गिरावट में 14,939.75 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,738 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें 156 कंपनियों के शेयरों के दाम स्थिर रहे जबकि 1,814 में गिरावट और 768 में तेजी रही। (वार्ता)

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