मुंबई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज उतार-चढ़ाव के बीच अंतिम घंटे में सुधार के बाद करीब पांच अंक की बढ़त से 27,990.21 अंक पर बंद हुआ। यूरोपीय बाजारों की मजबूत शुरआत से आईटी, सार्वजनिक उपक्रम तथा बैंकिंग शेयरों में तेजी रही।
हालांकि, एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। निवेशक फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर संकेतकों का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा गुरुवार को डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से भी निवेशकों में सतर्कता का रुख रहा।
जियोजित बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘यूरोपीय बाजारों में मामूली सुधार की वजह से बाजार सीमित दायरे में सकारात्मक रुख के साथ बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर वैश्विक बाजारों का ध्यान इन संभावनाओं पर है कि अमेरिका में दिसंबर, 2016 में ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो सकती है।'
उन्होंने कहा कि इसके अलावा घरेलू बाजार में ब्याज दर आधारित शेयरों को लेकर रुख कमजोर हो रहा है। रिजर्व बैंक के नए गवर्नर की घोषणा के बाद माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों के मोर्चे पर सतर्कता का रुख बनाए रखेगा।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 28,012.56 अंक पर ऊपर खुलने के बाद मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से नकारात्मक दायरे में आया और एक समय 27,854.43 अंक के निचले स्तर तक चला गया। हालांकि, कारोबार के आखिरी आधे घंटे में लिवाली का सिलसिला चलने से अंत में सेंसेक्स शुरुआती नुकसान से उबरते हुए 4.67 अंक या 0.02 प्रतिशत की बढ़त से 27,990.21 अंक पर बंद हुआ। (भाषा)