वैश्विक दबाव में सेंसेक्स 184 अंक टूटा

Webdunia
सोमवार, 27 मार्च 2017 (17:36 IST)
मुंबई। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के स्वास्थ्य देखभाल विधेयक पारित नहीं करा  पाने से बनी नकारात्मक धारणा से सोमवार को अधिकतर प्रमुख एशियाई और यूरोपीय बाजारों  के साथ घरेलू शेयर बाजार भी लाल निशान में बंद हुआ।
 
2 दिन की तेजी खोता हुआ बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.63 प्रतिशत  यानी 184.25 अंक लुढ़ककर 29,237.15 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी  0.69 प्रतिशत यानी 62.80 अंक फिसलकर 9,045.20 अंक पर रहा। 
 
पिछले सप्ताह शुक्रवार को अमेरिकी संसद में स्वास्थ्य देखभाल विधेयक पारित नहीं हो पाया।  इससे ट्रंप के आर्थिक नीतियों से जुड़े विधेयकों को पारित करा पाने की क्षमता को लेकर संदेह  पैदा हो गया है। इससे सोमवार को बाजार खुलते ही सभी प्रमुख एशियाई बाजार लाल निशान  में चले गए और अंतत: गिरावट में ही बंद हुए। सेंसेक्स भी 25.72 अंक टूटकर 29,395.68  अंक पर खुला। कुछ देर बाद ही 29,420.70 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर को छूने के बाद  इसकी गिरावट और बढ़ गई। 
 
कारोबार के दौरान एक समय 29,163.54 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़कने के बाद  अंत में यह गत कारोबारी दिवस की तुलना में 184.25 अंक नीचे 29,237.15 अंक पर रहा।  पूंजी बाजार नियामक सेबी द्वारा रिलायंस इंडस्ट्रीज के डेरिवेटिव इक्विटी कारोबार पर 1 साल  का प्रतिबंध लगाने के कारण इसके शेयर 3 प्रतिशत उतरकर 1,247.55 रुपए प्रति शेयर पर  आ गए। टाटा स्टील, एशियन पेंट्स, कोल इंडिया और विप्रो के शेयरों में भी गिरावट रही।  सेंसेक्स की 30 में से 25 कंपनियों के शेयर लाल निशान में रहे।
 
निफ्टी का ग्राफ भी सेंसेक्स जैसा ही रहा। यह 12.55 अंक लुढ़ककर 9,093.45 अंक पर  खुला। कारोबार के दौरान 9,094.85 अंक के दिवस के उच्चतम और 9,024.65 अंक के निचले  स्तर को छूने के बाद गत दिवस की अपेक्षा 62.80 अंक फिसलकर 9,045.20 अंक पर बंद  हुआ।
 
बीएसई में कुल 3,019 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें से 1,630 के शेयरों में  गिरावट और 1,158 में तेजी देखी गई जबकि 231 के शेयरों के दाम अपरिवर्तित रहे। मझौली  और छोटी कंपनियों पर कम दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 0.27 प्रतिशत और स्मॉलकैप  0.06 प्रतिशत लुढ़ककर क्रमश: 13,812.46 अंक और 14,068.72 अंक पर रहा। 
 
वैश्विक स्तर पर सभी प्रमुख एशियाई और यूरोपीय बाजार लाल निशान में रहे। एशिया में  जापान का निक्की 1.44 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.68 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का  कोस्पी 0.61 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.08 प्रतिशत की गिरावट में रहा। यूरोप  में शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.74 फीसदी और जर्मनी का डैक्स 0.81  प्रतिशत लुढ़क गए।
 
बीएसई के 20 में से 16 समूह गिरावट में रहे। धातु समूह का सूचकांक सबसे ज्यादा 2.60  प्रतिशत टूट गया। एनर्जी समूह 1.78 प्रतिशत और तेल एवं गैस समूह 1.09 प्रतिशत उतर  गए। पीएसयू, बेसिक मटिरियल्स, सीडीजीएंडएस, वित्त, स्वास्थ्य, इंडस्ट्रियल्स, आईटी,  दूरसंचार, ऑटो, बैंकिंग, पूंजीगत वस्तुएं, रियलिटी और टेक समूह भी नुकसान में रहे। सबसे  ज्यादा 1.23 प्रतिशत की बढ़त टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद समूह में रही। इसके अलावा  एफएमसीजी, यूटिलिटीज और पॉवर समूह के सूचकांक भी हरे निशान में रहे।
 
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील ने सर्वाधिक 3.15 प्रतिशत का नुकसान उठाया। रिलायंस  इंडस्ट्रीज के शेयर 3.00, एशियन पेंट्स के 2.26, कोल इंडिया के 2.18, सनफार्मा के 1.92,  विप्रो के 1.79, गेल के 1.57, ओएनजीसी के 1.46, ल्युपिन के 1.38, अदानी पोर्ट्स के 1.22,  बजाज ऑटो के 1.16, हीरो मोटोकॉर्प के 1.08 और टाटा मोटर्स के 1.06 प्रतिशत टूटे।
 
एचडीएफसी बैंक में 0.94, महिंद्रा एंड महिंद्रा में 0.68, टीसीएस में 0.60, भारती एयरटेल में  0.53, आईसीआईसीआई बैंक में 0.47, एक्सिस बैंक में 0.41, एनटीपीसी में 0.37, एलएंडटी  और मारुति सुजुकी दोनों में 0.30, इंफोसिस में 0.29, हिन्दुस्तान यूनिलिवर में 0.24 और  सिप्ला में 0.21 प्रतिशत की गिरावट रही।
 
मुनाफा कमाने वालों में एसबीआई के शेयर 1.20 प्रतिशत, पॉवर ग्रिड के 0.88, एचडीएफसी के  0.87, आईटीसी के 0.87 डॉ. रेड्डीज लैब के 0.79 और आईटीसी के 0.43 प्रतिशत चढ़े। (वार्ता) 
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