Share Market में भारी गिरावट, निवेशकों के डूबे 2.52 लाख करोड़ रुपए

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 12 अप्रैल 2024 (20:59 IST)
Investors lost Rs 2.52 lakh crore in stock market : बीएसई सेंसेक्स में शुक्रवार को 793.25 अंकों की भारी गिरावट से निवेशकों के 2.52 लाख करोड़ रुपए डूब गए। 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 793.25 अंक यानी 1.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 74,244.90 अंक पर बंद हुआ।
ALSO READ: शेयर बाजार में भूचाल, सेंसेक्स 790 अंक लुढ़का, निफ्टी भी 22 हजार से नीचे
बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,52,301.16 करोड़ रुपए घटकर 3,99,67,051.91 करोड़ रुपए (4.79 लाख करोड़ डॉलर) रह गया। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, बाजार चालू वित्त वर्ष में अमेरिका में फेडरल रिजर्व द्वारा तीन दर कटौती की उम्मीद बना रहा था, लेकिन हाल ही में उच्च मुद्रास्फीति आंकड़ों ने धारणा को प्रभावित किया है।
ALSO READ: चुनाव से पहले FPI अलर्ट, 5 दिन में शेयर बाजार से 325 करोड़ निकाले
तापसे ने कहा, इसका मतलब यह होगा कि दर में कटौती के लिए इंतजार उम्मीद से अधिक लंबा होगा। महंगाई दर बढ़ने के कारण भारतीय बाजारों में बिकवाली देखने को मिली। कच्चे तेल की कीमतों में तेज वृद्धि और रुपए की गिरावट ने भी धारणा को कमजोर किया। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

संभल में कैसे भड़की हिंसा, DM राजेंद्र पेंसिया ने बताई पूरी सचाई

LIVE: बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु गिरफ्तार

दुष्कर्म और कई राज्‍यों में की हत्‍या, 1 दर्जन से ज्‍यादा केस दर्ज, आरोपी गुजरात से गिरफ्तार

Pakistan : इमरान के समर्थकों ने इस्लामाबाद की ओर निकाला मार्च, पीटीआई के शीर्ष नेताओं ने जेल में की मुलाकात

Maharashtra का मुख्यमंत्री चुनने में महायुति को आखिर क्यों हो रही है इतनी देरी

अगला लेख