नई दिल्ली: दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाज आवेश खान को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बाद यूएई में ही रुकने और नेट गेंदबाज के रूप में भारत की टी20 विश्व कप टीम से जुड़ने को कहा है।
कश्मीर के तूफानी तेज गेंदबाज उमरान मलिक के बाद चौबीस साल के आवेश दूसरे तेज गेंदबाज हैं जिसे टीम से जुड़ने को कहा गया है। बीसीसीआई के सूत्रों की माने तो रविवार को विश्व कप शुरू होने तक इस तेज गेंदबाज को स्टैंडबाई खिलाड़ियों की सूची में जगह मिल सकती है। भारत अपने अभियान की शुरुआत 24 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ करेगा।
चयन समिति के करीबी बीसीसीआई के एक सूत्र ने मंगलवार को पीटीआई को बताया, राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने आवेश को भी टीम के साथ जोड़ने का फैसला किया है। अभी वह नेट गेंदबाज के रूप में शामिल होगा लेकिन अगर टीम प्रबंधन को लगता है तो उसे मुख्य खिलाड़ियों में शामिल किया जा सकता है।
आवेश तेज गति से गेंदबाजी करने में सक्षम है और आईपीएल के मौजूदा सत्र में अब तक दिल्ली कैपिटल्स की ओर से 23 विकेट चटका चुका है जिसे बुधवार को दूसरे क्वालीफायर में कोलकाता नाइट राइडर्स से भिड़ना है।
वह सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों की सूची में हर्षल पटेल (32 विकेट) के साथ दूसरे स्थान पर हैं।सूत्र ने कहा, आवेश 142 से 145 किमी प्रतिघंटे की औसत रफ्तार से गेंदबाजी करता है, सपाट पिचों से भी अच्छा उछाल हासिल करता है और पिछले कुछ समय से सहयोगी स्टाफ की नजर उस पर है।
आवेश टेस्ट टीम के साथ स्टैंडबाई के रूप में इंग्लैंड भी गए थे लेकिन काउंटी की संयुक्त टीम के खिलाफ भारत के अभ्यास मैच के दौरान अंगुली में फ्रेक्चर के कारण उन्हें दौरे के बीच से वापस लौटना पड़ा था।
हार्दिक पंड्या इस बीच बल्लेबाज के रूप में भारतीय टीम से जुड़े रहेंगे जबकि वेंकटेश अय्यर उनका कवर होंगे।
आलराउंडर हार्दिक के टी20 विश्व कप में विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में खेलने की संभावना है क्योंकि वह अभी गेंदबाजी करने की स्थिति में नहीं हैं।पता चला है कि नाइट राइडर्स के उभरते हुए सलामी बल्लेबाज और तेज गेंदबाज वेंकटेश अय्यर को कवर के तौर पर जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से जुड़े रहने को कहा गया है।
जैसा कप्तान चाहता है, मैं वैसी गेंदबाज़ी करता हूं : आवेश
चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ पहले क्वालीफ़ायर में आवेश ख़ान दिल्ली कैपिटल्स के लिए सबसे महंगे गेंदबाज़ साबित हुए। उन्होंने इस मैच में 47 रन देकर एक विकेट लिया। हालांकि वह इस सीज़न दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं। क्वालीफ़ायर से पहले सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में आवेश ऐसे शीर्ष पांच गेंदबाज़ों में से हैं, जिनकी इकॉनमी सात से कम थी।
आवेश ने क्रिकइंफो के साथ बातचीत में कहा,'भारत के लिए खेलने का सपना देखने वालों के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) एक दरवाज़े की तरह है। इस सीज़न हर एक मैच खेलने से मुझमें आत्मविश्वास आया है। हर साल मैं यही तैयारी करता था कि मुझे पहले मैच से ही मौक़ा मिलेगा, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा कभी नहीं हुआ। पिछले दो साल में मुझे बस एक-एक मैच मिले। इस सीज़न पहले दो मैचों के लिएकैगिसो रबादा और एनरिक नोर्त्जे उपलब्ध नहीं थे, जबकि इशांत भाई फ़िट नहीं थे। उस समय ऋषभ पंत ने मुझ पर विश्वास दिखाया। मेरा लक्ष्य था कि अगर मुझे पहले मैच से मौक़ा मिले तो मैं उसे दोनों हाथ से लपकूंगा और ऐसा प्रदर्शन करूंगा जो टीम की जीत में सहायक हो।'
उन्होंने कहा,'हमने इस साल 13 मैचों में से सिर्फ़ तीन मैच ही गवाएं हैं और ये भी एकदम निकट के मैच थे। कोई एक तरफ़ा मैच नहीं था। चेन्नई के ख़िलाफ़ पहले मैच में मैंने अच्छी लय पकड़ी। हमारी गेंदबाज़ी अच्छी रही। मानसिक रूप से मैं स्थिर और शांत था। धीरे-धीरे मैं डेथ ओवर के साथ-साथ पावरप्ले में भी गेंदबाज़ी करने लगा।'
धोनी का विकेट लेने के बारे में पूछने पर आवेश ने कहा,'जब माही भाई बल्लेबाज़ी करने आए, तो ऋषभ ने मुझसे मिड ऑन और मिड ऑफ़ रखने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर वह (धोनी) आपको सिर के ऊपर से भी मारेंगे, फिर भी कोई दिक़्क़त नहीं है। आप बस ओवरपिच गेंदे ना डाले और अपनी लेंथ को पकड़कर ही गेंदबाज़ी कीजिए। पहले तो मैं पंत से सहमत नहीं था लेकिन फिर मैंने उनकी बात मानी। दूसरी ही गेंद को धोनी ने ऊपर से मारना चाहा और हमें विकेट मिला।'
धोनी का विकेट दुबारा मिलाने के बारे में तेज गेंदबाज ने कहा,'एक बार फिर से ऋषभ से मैंने बात की। उन्होंने मुझसे हार्ड लेंथ पर गेंद डालने को कहा, जहां से शॉट लगाना आसान नहीं होता। मैंने वैसी ही गेंद की और वह बाहरी किनारे का शिकार बने। इस ओवर से पहले मेरी पंत से बात हुई थी। मैंने उनसे कहा था कि मैं वाइड यॉर्कर गेंद फेकूंगा। माही भाई के लिए अलग योजना थी, रायुडू भाई के लिए अलग। जड्डू भाई के लिए मैं लेग साइड की लंबी बाउंड्री का इस्तेमाल करना चाहता था। चूंकि उस समय जड्डू भाई अच्छी लय में थे और तेज़ गेंदों को अपने पक्ष में कर सकते थे, इसलिए मैंने उनको स्लोअर गेंदे की।'
हर्षल पटेल और आप इस आईपीएल के दो सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं। आप दोनों ने लगातार डेथ ओवर में यॉर्कर गेंदबाज़ी की है। आपने इस पर काफ़ी काम किया है?
इस बारे में पूछने पर आवेश ने कहा,'यह मैच की परिस्थितियों पर निर्भर करता है। मुंबई के ख़िलाफ़ मैच में मैंने एक ओवर में चार यॉर्कर गेंदे फेंकी, जिसमें हार्दिक पांड्या का विकेट शामिल है। शारजाह की विकेट स्लो थी इसलिए मैंने स्लो यॉर्कर और स्लो बाउंसर गेंदों का मिश्रण किया। फ़्लैट विकेटों पर यॉर्कर गेंदे बहुत उपयोगी होती हैं। आपने छह बार 20वां ओवर किया है। आपको अच्छा लगता होगा कि टीम आप पर इतना विश्वास करती है? यह मेरे लिए अच्छा है कि टीम मैनेजमेंट और पंत मुझ पर विश्वास करते हैं। हमारी योजनाएं बहुत साफ़ हैं। मैं ऐसा गेंदबाज़ बनना चाहता हूं जो कि कप्तान से बात करे और उनकी सुन सके। मैं पंत के साथ अंडर-19 दिनों से साथ खेला हूं। मैं, पंत और अक्षर मैच के बाद हर रोज़ देर रात तक बैठते हैं और मैच के बारे में चर्चा करते हैं। पंत विकेट के पीछे से हमेशा इशारे करते रहते हैं। वह क्या चाहते हैं, मैं समझता हूं। सब कुछ टीवी पर नहीं दिख सकता।
प्रमुख कोच रिकी पोंटिंग के बारे में आवेश ने कहा कि इस सीज़न के तीसरे मैच के बाद उन्होंने मुझे अनसंग हीरो (गुमनाम नायक) कहा था। लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स के ख़िलाफ़ तीन विकेट झटकने के बाद उन्होंने 'नायक' कहा। उन्हें सुनना आपको रोमांचित करता है। वह सबके सामने पूरे ड्रेसिंग रूम में आपकी तारीफ़ करते हैं, जो कि सुखद है। मैच के दिन वह आपके कंधे पर हाथ रखकर चीज़ों को सरल रखने के लिए कहते हैं। मैंने इस सीज़न के 13 मैचों में उनसे कुल आठ बार प्रशंसा बैज प्राप्त किया है, जो कि वह हर मैच के बाद टीम के तीन खिलाड़ियों को देते हैं।
पर्पल कैप पाने से 9 विकेट दूर हैं आवेश
आवेश खान को अगर आईपीएल 2021 में पर्पल कैप पानी है तो उन्हें आगे के मुकाबलों में 9 विकेट लेने होंगे। यह तभी मुमकिन है जब दिल्ली क्वालिफायर जीते और फिर चेन्नई से होने वाले फाइनल में स्थान बनाए। अभी वह इस सीजन के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं।
आवेश ने 13 मैचों में 18 की औसत से 23 विकेट चटकाए हैं। इसमें से 13 रन देकर 3 विकेट लेना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। फिलहाल पर्पल कैप बैंगलोर के हर्षल पटेल के पास है जिन्होंने 32 विकेट लिए है। लेकिन अब बैंगलोर आईपीएल 2021 से बाहर हो चुकी है।