शारजाह: टी-20 विश्वकप शुरु होने से कई हफ्ते पहले गौतम गंभीर ने विराट कोहली को सलाह दी थी कि उन्हें पाकिस्तान से ज्यादा अफगानिस्तान के खिलाफ जीत के लिए ज्यादा सोचना चाहिए। गंभीर का मानना था कि पाकिस्तान के खिलाफ हो सकता है भारत आसानी से जीत जाए लेकिन अफगानिस्तान छुपा रुस्तम है।
पाकिस्तान के खिलाफ तो खैर भारत हार ही चुका है। अब लगातार दो कठिन मैच भारत को मिलने वाले हैं। पहला न्यूजीलैंड से और दूसरा अफगानिस्तान से। गंभीर के जैसे ही कुछ विचार विनोद कांबली भी रखते हैं क्योंकि उन्होंने भी सोशल मीडिया एप्प कू पर विराट कोहली को सलाह दी। उन्होंने लिखा-
साफ तौर पर विनोद कांबली विराट कोहली को अफगानिस्तान के खिलाफ सजग करना चाहते हैं। हालिया प्रदर्शन को देखें तो विनोद कांबली का सोचना एक दम ठीक है।गौरतलब है कि पिछले विश्वकप (2016) में अफगानिस्तान ने अच्छा प्रदर्शन किया था। लगभग हर टीम को उसने टक्कर दी थी और आखिरी लीग मैच में वेस्टइंडीज को हराया भी था जिसने अंत में जाकर टी-20 विश्वकप जीता था।
स्कॉटलैंड को 130 रनों से हराकर, टी-20 विश्वकप की संयुक्त रूप से दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की अफगानिस्तान ने
नजीबुल्लाह जादरान (59) के शानदार अर्धशतक और हजरतुल्लाह जजई (44) तथा रहमुनुल्लाह गुरबाज (46) की तूफानी पारियों के बाद स्पिनरों मुजीबुर रहमान (20 रन पर पांच विकेट) और राशिद खान (9 रन पर 4 विकेट) की घातक गेंदबाजी से अफगानिस्तान ने स्कॉटलैंड को आईसीसी टी 20 विश्व कप के ग्रुप दो मैच में सोमवार को 130 रन के बड़े अंतर से पीट दिया। अफगानिस्तान की यह रनों के लिहाज से टी20 में सबसे बड़ी जीत है जबकि टी20 विश्व कप में यह संयुक्त रूप से दूसरी बड़ी जीत है।
अफगानिस्तान ने 20 ओवर में चार विकेट पर 190 रन का मजबूत स्कोर बनाया और फिर स्कॉटलैंड को 10.2 ओवर में 60 रन पर ढेर कर बड़ी जीत हासिल की और दूसरी टीमों को भी खतरे का संकेत दे दिया। मुजीबुर ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और उन्होंने चार ओवर में मात्र 20 रन देकर पांच विकेट झटक लिए। मुजीबुर के कहर के बाद राशिद का कहर स्कॉटलैंड पर टूटा और उन्होंने 2.2 ओवर में नौ रन देकर चार विकेट लेकर स्कॉटलैंड को 60 रन पर समेट दिया। स्कॉटलैंड की तरफ से ओपनर जॉर्ज मुंसी ने मात्र 18 गेंदों पर दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 25 रन बनाये।
अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और टूर्नामेंट में अब तक का सर्वाधिक स्कोर बनाया। जादरान ने 34 गेंदों पर 59 रन में पांच चौके और तीन छक्के लगाए। जजई ने 30 गेंदों पर 44 रन में तीन चौके और तीन छक्के लगाए। गुरबाज ने 37 गेंदों पर 46 रन में एक चौका और चार छक्के लगाए। ओपनर मोहम्मद शहजाद ने 15 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से 22 रन बनाये। कप्तान मोहम्मद नबी ने चार गेंदों पर दो चौकों के सहारे 11 रन बनाये।
गुरबाज और नजीबुल्लाह ने तीसरे विकेट के लिए 87 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। अफगानिस्तान के ओपनरों जजई और शहजाद ने सलामी साझेदारी में 5.5 ओवरों में 54 रन की ठोस शुरुआत दी जिसके बाद गुरबाज और जादरान ने मैदान में जबरदस्त छक्के लगाए।
बड़ी टीमों को हराई है टी-20 सीरीज
कोरोना महामारी के कारण अफगानिस्तान ने हाल में अधिक टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं, लेकिन जब भी वे मैदान पर उतरे हैं, सफलता के झंडे गाड़े हैं। उन्होंने नवंबर 2019 में वेस्टइंडीज़ को 2-1 से हराया था, फिर आयरलैंड को मार्च 2020 में इसी अंतर से हराया। इस साल मार्च में उन्होंने ज़िम्बाब्वे को 3-0 से हराकर क्लीन स्वीप किया।
विश्व कप के लिए अफ़ग़ानी दल: मोहम्मद नबी (कप्तान), राशिद ख़ान, मुजीब-उर-रहमान, रहमानउल्लाह गुरबाज़ (विकेटकीपर), करीम जनत, हज़रतउल्लाह ज़ज़ई, गुलबदीन नईब, उस्मान घनी, नवीन-उल-हक़, असग़र अफ़ग़ान, हामिद हसन, नजीबउल्लाह ज़दरान, हशमतउल्लाह शाहिदी, मोहम्मद शहज़ाद (विकेटकीपर), फ़रीद अहमद