मुंबई: मुंबई इंडियन्स (एमआई) के दिग्गज ऑलराउंडर कीरन पोलार्ड ने मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए कहा कि उनकी फ्रेंचाइज़ी को बदलाव की जरूरत है और अगर वह एमआई से नहीं खेल सकते तो एमआई के खिलाफ भी नहीं खेलना चाहेंगे।
फ्रेंचाइजी से जारी बयान में पोलार्ड ने कहा, मेरे लिये यह फैसला करना आसान नहीं था क्योंकि मैं कुछ और साल खेलना चाहता था, लेकिन मुंबई इंडियंस के साथ चर्चा के बाद मैंने आईपीएल करियर को खत्म करने का फैसला किया।
उन्होंने कहा, इस अविश्वसनीय फ्रेंचाइजी ने इतना कुछ हासिल किया है और मैं समझता हूं कि अब उस में कुछ बदलाव की जरूरत है। अगर मैं अब मुंबई की टीम के लिए नहीं खेलता हूं तो खुद को इस टीम के खिलाफ खेलते हुए नहीं देख सकता हूं। एक बार आप मुंबई इंडियन्स का हिस्सा बन जाते है तो हमेशा इसी के साथ रहते है।
पोलार्ड हालांकि यूएई में होने वाले इंटरनेशनल लीग टी20 में मुंबई की स्वामित्व वाली फ्रेंचाइजी के लिए खेलेंगे।
उन्होंने कहा, यह मुंबई इंडियन्स के लिए भावनात्मक अलविदा नहीं है, हालांकि मैं आईपीएल में बल्लेबाजी कोच की भूमिका निभाने के साथ-साथ मुंबई इंडियन्स अमीरात के साथ खेलने के लिए तैयार हूं।
उन्होंने कहा, मेरी करियर का यह अगला अध्याय वास्तव में रोमांचक है और मुझे खुद को खिलाड़ी से कोचिंग की भूमिका में आने की अनुमति देता है। मैं पिछले 13 सत्र से आईपीएल में सबसे बड़ी और सबसे सफल टीम का प्रतिनिधित्व करने पर बेहद गर्व, सम्मानित महसूस करता हूं।
इंडियन प्रीमियर लीग के पांच खिताब के अलावा पोलार्ड ने मुंबई इंडियन्स को 2011 और 2013 में चैम्पियन्स लीग का विजेता बनाने में भी मदद की। वह टीम में बल्लेबाजी को रोबिन सिंह की जगह लेंगे।पोलार्ड ने कहा, मुझे मुंबई इंडियन्स में हमारे पास मौजूद कोचों, प्रबंधकों और अन्य सहयोगी स्टाफ को धन्यवाद देना चाहिए। अब मैं भी इसमें (सहयोगी स्टाफ) शामिल हो गया हूं।
उन्होंने कहा, हम वर्षों तक उनकी (सहयोगी स्टाफ) निरंतर कड़ी मेहनत, समर्पण और प्रतिबद्धता के बिना सफलता हासिल नहीं कर सकते थे । विशेष रूप से मैं अपने करीबी दोस्त रोबिन सिंह को उनकी अच्छी सलाह और मार्गदर्शन के लिए विशेष शुक्रिया करना चाहता हूं।पोलार्ड ने इस मौके पर प्यार, सम्मान और समर्थन के लिए अंबानी परिवार को धन्यवाद किया।
आईपीएल के 13 सत्रों में एमआई का प्रतिनिधित्व कर चुके पोलार्ड ने कहा कि वह टूर्नामेंट की सबसे बड़ी और सबसे सफल टीम के लिये खेलकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। पोलार्ड ने टीम प्रबंधन के साथ-साथ मुकेश अंबानी, नीता अंबानी और आकाश अंबानी के “प्रेम और समर्थन” के लिये उनका आभार व्यक्त किया।
पोलार्ड उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने आईपीएल में 100 से ज्यादा मैच खेले और एक ही फ्रेंचाइजी से संबंधित रहे। पोलार्ड के अलावा विराट कोहली (रॉयल चैलेंजर बैंगलोर), सुनील नारायण (कोलकाता नाइट राइडर्स), जसप्रीत बुमराह (मुंबई इंडिन्स) और लसिथ मलिंगा (मुंबई इंडिन्स) ने भी अपने आईपीएल करियर के दौरान सिर्फ एक ही फ्रेंचाइजी से संबंध रखा।
मुंबई इंडियन्स के साथ पांच आईपीएल और एक चैंपियन्स ट्रॉफी जीतने वाले पोलार्ड ने 171 मैच खेलकर 147.32 के स्ट्राइक रेट से 3412 रन बनाये, जबकि उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 87 रन रहा। इसके अलावा उन्होंने 107 मैचों में गेंदबाजी करते हुए 69 विकेट लिये और 103 कैच भी पकड़े।
शेन वॉटसन के अलावा पोलार्ड एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने आईपीएल करियर में 3000 रन बनाए और 50 विकेट लिये। उन्होंने 2013 के आईपीएल फाइनल में 32 गेंदों पर 60 रन की विस्फोटक पारी खेली जिसके दम पर एमआई ने पहली बार आईपीएल खिताब जीता था।
एमआई हर नीलामी से पहले पोलार्ड को टीम में शामिल करती थी। साल 2022 की मेगा-ऑक्शन से पहले भी पोलार्ड को छह करोड़ रुपये में टीम में शामिल किया गया लेकिन इस वर्ष उनका प्रदर्शन आकांक्षाओं पर खरा नहीं उतरा। उन्होंने टूर्नामेंट के 11 मैचों में अपने आईपीएल करियर के सबसे खराब स्ट्राइक रेट (107.46) के साथ सिर्फ 144 रन बनाये।
पोलार्ड ने आईपीएल के बाद घुटने की सर्जरी करवाई लेकिन उनके प्रदर्शन में ज्यादा बदलाव नहीं आया। उन्होंने कैरिबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) में ट्रिनबागो नाइट राइडर्स का नेतृत्व किया, जो पहली बार अंतिम चार में जगह बनाने में नाकाम रही।
पोलार्ड को टीम से बाहर करने का अर्थ है कि एमआई के पास 2023 की नीलामी के लिये अधिक धनराशि होगी और वह एक युवा विस्फोटक बल्लेबाज को टीम में शामिल करने का प्रयास करेंगे।