प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर मैच जीतने के बाद शाबाशी देते हैं तो मैच हारने के बाद खिलाड़ियों का मनोबल बनाए रखना भी नहीं भूलते। प्रधानमंत्री मोदी ने आज ब्रॉन्ज मेडल मैच के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम की सभी खिलाड़ियों से बात की।
करीब 3 मिनट के कॉल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कप्तान रानी रामपाल और महिला हॉकी खिलाड़ियों के सभी सदस्य को कहा कि वह पूरे टूर्नामेंट में जमकर खेली और उन्होंने खूब पसीना बहाया। यह इस पसीने का ही नतीजा है कि अब उनको देखकर देश की करोड़ो लड़किया हॉकी खेलने के लिए प्रेरित होंगी।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सभी खिलाड़ियों और कोच को पूरे टूर्नामेंट में उच्च कोटि की हॉकी के लिए बधाई दी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने नवनीत की चोट के बारे में जिक्र किया। इस पर कप्तान रानी रामपाल ने जवाब दिया कि उसको कल 4 टांके आए थे। प्रधानमंत्री ने पूछा कि उसकी आंख पर तो कोई तकलीफ नहीं आयी है न। तो रानी ने जवाब दिया कि नवनीत की आंख ठीक है।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने वंदना कटारिया और बाकी खिलाड़ियों की तारीफ करी। खासकर सलीमा टेटे के खेल से वह काफी प्रभावित लगे। सुबकती हुई खिलाड़ियों की आवाज पीएम तक लगातार पहुंच रही थी इस कारण उन्होंने उन्हे रोना बंद करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि निराश होने की जरूरत नहीं है । इस टीम की मेहनत के कारण इस देश की पहचान रही हॉकी फिर से पुनर्जीवित हो रही है। इस कॉल के दौरान टीम की गोलकीपर सविता पुनिया लगातार रो रही थी।
अंत में भारतीय महिला टीम के कोच ने प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया और कहा कि इस वक्त लड़कियां काफी भावुक है और हॉकी के लिए हर संभव मदद के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।(वेबदुनिया डेस्क)