भारतीय सेलर विष्णु सरवनन और नेत्रा कुमानन मंगलवार को यहां टोक्यो ओलंपिक में अपनी संबंधित स्पर्धाओं में छह रेस के बाद क्रमश: 22वें और 33वें स्थान पर रहे।
यहां इनोशिमा यॉच हार्बर में मंगलवार को आयोजित पांचवें और छठे रेस में सरवनन पुरुषों की लेजर स्पर्धा में क्रमश: 23वें और 22वें स्थान पर रहे जबकि नेत्रा महिला लेजर रेडियल स्पर्धा के दो रेसों में 32वें और 38वें स्थान पर रही।
प्रतियोगिता में चार और रेस के अलावा मेडल रेस (पदक तय करने वाला रेस) बची हुई है। भारत के दोनों सेलर हालांकि शीर्ष पर काबिज खिलाड़ियों की तुलना में रैंकिंग में काफी पीछे है।
हर रेस में स्थान के मुताबिक अंक दिये जाते है जिसमें विजेता को एक अंक और दूसरे स्थान पर रहने वाले को दो अंक दिये जाते है। यह क्रम इसी तरह से आगे बढ़ता है।
आखिरी रेस को पदक रेस कहा जाता है जिसमें अंकों को दोगुना कर दिया जाता है। पदक रेस के बाद सबसे कम अंक वाले खिलाड़ी या टीम को विजेता घोषित किया जाता है।
महिला लेजर रेडियल और पुरुष लेजर की 10-10 रेस के बाद एक अगस्त को इन दोनों की पदक रेस का आयोजन होगा।
अब तक मिला सिर्फ एक ही पदक
टोक्यो ओलंपिक की बात करें तो अब तक भारत का हाल बुरी तरह से बेहाल नजर आया है। एक के बाद एक खेलों में भारत के हाथों बड़ी निराश लग रही है। देश को अब भारतीय पुरुष हॉकी टीम से बहुत सी उम्मीदें हैं।
पदक संख्या की बात करें तो अभी तक भारत की झोली में सिर्फ एक ही पदक आया है। यह पदक वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने जीता। मीराबाई चानू ने 49 वर्ग किलोग्राम में रजत पदक जीत देश का मान बढ़ाया।