लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर चंद्रशेखर रावण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को दलित विरोधी बताया और गठबंधन करने से इनकार कर दिया।
चंद्रशेखर ने मायावती को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ बीजेपी को सत्ता में आने से रोकना है।
उन्होंने कहा कि भाजपा दलित विरोधी पार्टी है और इसी के साथ उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी दलित विरोधी बताते हुए गठबंधन के दरवाजे बंद कर दिए हैं।
चंद्रशेखर रावण ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से शुक्रवार को मुलाकात हुई। आरक्षण समेत सभी मुद्दों पर बात हुई। अखिलेश यादव गठबंधन में शायद नहीं चाहते। अखिलेश यादव ने शाम तक फोन पर बताने को कहा था लेकिन कुछ नहीं बताया।
अखिलेश यादव ने मुझे और बहुजन समाज को अपमानित किया। हम समाजवादी के साथ गठबंधन में नहीं जा रहे हैं। हम जेल गए, मेरी लड़ाई विधायक बनने की नहीं है, मुझे सामाजिक न्याय चाहिए। पिछले 5 साल में समाजवादी पार्टी ने दलित की हत्या और उनके शोषण पर आवाज नहीं उठाई है। मेरा सिर्फ एक ही उद्देश्य है दलित विरोधियों को सत्ता में आने से रोकना।