महिलाएं एकजुट होकर इस देश की राजनीति बदल सकती हैं : प्रियंका गांधी

Webdunia
रविवार, 19 दिसंबर 2021 (16:39 IST)
रायबरेली (उत्‍तर प्रदेश)। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्‍तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को सांप्रदायिकता और जातिवाद की राजनीति पर हमला करते हुए महिलाओं को उनकी ताकत का अहसास कराया और उनके वोट की ताकत से परिवर्तन लाने की अपील की।साथ ही वाड्रा ने कहा कि महिलाएं एकजुट होकर इस देश की राजनीति बदल सकती हैं।

वाड्रा ने रविवार को कांग्रेस के महिला सशक्तीकरण महाअभियान के तहत रायबरेली के रिफार्म्स क्लब में 'शक्ति संवाद' को संबोधित किया। उन्होंने कहा, अगर सारी महिलाएं एकजुट हो जाएं कि हम देश की राजनीति बदलेंगे तो यह असंभव नहीं है।

उन्होंने कहा, आप हमें शक्ति दीजिए, हम आपको शक्ति देंगे, जब हम मिलकर लड़ने के लिए खड़े हो जाएंगे तो कोई हमें रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा, हमें चुनावी मंचों से सांप्रदायिकता सिखाई जाती है, जातिवाद सिखाया जाता है, ये राजनीति हमें बंद करनी है। हमें चाहिए अपने भविष्य की राजनीति, विकास की राजनीति।

उन्होंने महिलाओं को उनके भविष्य का मंत्र देते हुए कहा, इस देश की सारी महिलाएं एकजुट होकर कहें कि हमें तुम ऐसी राजनीति दो नहीं तो हम तुम्हें वोट नहीं देंगे तो आप बताओ कि कैसे नहीं बदलेगी इस देश की रा‍जनीति। ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ नारे के साथ कांग्रेस महासचिव ने महिलाओं को राजनीति में आगे आकर अपनी लड़ाई खुद लड़ने की प्रेरणा देते हुए कहा, हर तरफ महिला का शोषण हो रहा है, उसका अधिकार, उसका हक नहीं मिल रहा है।

वाड्रा ने कांग्रेस के घोषणा पत्र की चर्चा करते हुए कहा, मेरे मन में आया कि महिलाओं के लिए कुछ करना है और सबसे बड़ी चीज क्या कर सकते हैं हम आपके लिए। हम आपको समझा सकते हैं कि आप अपनी शक्ति को पहचानो। हमने ये शक्ति विधान बनाया, यह महिलाओं के लिए घोषणा पत्र हैं।

उन्होंने कहा, इसमें तमाम घोषणाएं हैं जो हम महिलाओं के लिए करना चाहते हैं, जो चीजें हम आपको सशक्त करने के लिए करना चाहते हैं। उन्होंने उन्नाव और हाथरस दुष्कर्म मामलों की चर्चा करते हुए भारतीय जनता पार्टी सरकार के कार्यकाल के दौरान महिलाओं का उत्पीड़न होने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, महिलाओं के लिए मेरी पहल का असर इतना हुआ कि अब सभी दल महिलाओं की बात करने लगे हैं, परसों प्रधानमंत्री भी सभा करने जा रहे हैं जिसमें सिर्फ महिलाओं को बुलाया है। अब सारी पार्टियां महिलाओं की बात करने लगी हैं। एक छोटी सी पहल से जितनी भी राजनीतिक पार्टियां हैं, सब उठ गई हैं, सब जाग गई हैं।(भाषा)

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