जीत के बाद भी आसान नहीं होगी बिडेन की राह, जानिए क्या है मुश्किल...

Webdunia
गुरुवार, 5 नवंबर 2020 (14:33 IST)
वाशिंगटन। अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी की पकड़ कमजोर होती दिख रही है। इससे राष्‍ट्रपति चुनाव जीतने के बाद भी जो बिडेन की मुश्किलें कम नहीं होगी।

ALSO READ: अमेरिका में डेमोक्रेट्स की जीत का भारत पर क्या होगा असर
अमेरिका के कई प्रमुख प्रांतों में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार अपने विपक्षी रिपब्लिकन उम्मीदवारों के खिलाफ हारते नजर आ रहे हैं। इससे सीनेट में पकड़ मजबूत करने के डेमोक्रेटिक पार्टी के इरादे को झटका लगा है।
 
कांग्रेस में बढ़त हासिल कर उस पर अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे डेमोक्रेटिक सदस्य उच्च सदन पर भी नियंत्रण हासिल करना चाहते थे। इससे वह देश में राष्ट्रपति बनने वाले अगले व्यक्ति के एजेंडे को आगे बढ़ाने अथवा उसमें रुकावट डालने की स्थिति में हो सकते हैं।

ALSO READ: बिडेन ने तोड़ा बराक ओबामा का 12 साल पुराना रिकॉर्ड, मिले 7 करोड़ से ज्यादा वोट
डेमोक्रेटिक सदस्यों से मिली कड़ी चुनौती के बावजूद सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के पास बहुमत है। डेमोक्रेटिक पार्टी सीनेट में बहुमत हासिल करने से केवल चार सीटें ही कम रह गयीं।
 
गौरतलब है कि इस बार राष्ट्रपति चुनाव के साथ ही अमेरिकी संसद कांग्रेस के लिए भी साथ-साथ चुनाव हो रहे हैं।
 
रिपब्लिकन पार्टी के पास 53 सीटों के साथ सीनेट में बहुमत है जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी के पास 47 सीटें ही हैं। इस तरह रिपब्लिकन सदस्य राष्ट्रपति बनने के बाद भी बिडेन की राह आसान अथवा मुश्किल कर सकते हैं। (वार्ता) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख