रामपुर। आगामी 5 दिसंबर को रामपुर में होने वाले उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के आजम खान को एक बड़ा सियासी झटका लगा है। आजम खान के करीबी और मीडिया प्रभारी फसाहत शानू समेत कई सपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है। वे बोले कि रामपुर अन्याय का इतिहास रचने जा रहा है जिस पर आने वाली सदियां खून के आंसू रोएंगी।
आजम खान के बाद माना जाता था कि फसाहत का रामपुर में दबदबा है और वे रामपुर उपचुनाव में सपा के उम्मीदवार बन सकते हैं। लेकिन ऐसा न होने पर फसाहत शानू दे सपा का दामन छोड़ते हुए नया ठिकाना भारतीय जनता पार्टी को बना लिया है। रामपुर में समाजवादी पार्टी को छोड़कर बीजेपी में नेतृत्व के शामिल होने से हड़कंप मचा हुआ है।
आज बुधवार को आजम खान ने भाजपा के पूर्व जिला पंचायत सदस्य, पूर्व जिला उपाध्यक्ष और चेयरमैन केंद्रीय उपभोक्ता सहकारी भंडार सन्तोक सिंह खेरा सहित कई नेताओं ने सपा जॉइन कराते हुए रामपुर में डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास किया है।
इस मौके पर आजम खान ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा है कि रामपुर शहर से हमारे समाज के वह लोग समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे है जिनको जमाना बडी हीन भावना से देखता है। लेकिन समाजवादी लोग इंसानों के बीच भेदभाव की दीवार खड़ी नहीं करते हैं।
आजम खान ने इशारों-इशारों में भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव आते हैं और चले जाते हैं लेकिन रामपुर इस बार अन्याय का इतिहास रच रहा है जिस पर आने वाली सदियां खून के आंसू रोएंगी। आने वाले समय में जुल्म करने वाले और जुल्म को बर्दाश्त करने वाले लोगों को इतिहास याद रखेगा।
आजम ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का पर्व कहा जाता है लेकिन इस महापर्व में क्या हो रहा है, हम इसका एहसास करते हुए हालात का मुकाबला करें। इस चुनाव में ऐसी फतह करके दिखाएं जिससे कि यह संदेश जा सके कि लोकतंत्र को दमन तंत्र से दबाया नहीं जा सकता है।
Edited by: Ravindra Gupta