UP: आईपीएस बनकर करोड़ों के आभूषण की ठगी करने वाला बदमाश लखनऊ से गिरफ्तार

Webdunia
शनिवार, 4 सितम्बर 2021 (10:54 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और महानगर पुलिस ने आईपीएस अधिकारी बनकर यहां एक ज्वेलर्स से करोड़ों रुपए के स्वर्ण आभूषणों की ठगी करने वाले जालसाज को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से करीब तीन करोड़ रुपए के सोने के आभूषण बरामद किए गए हैं। एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी।

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उन्होंने बताया कि 13 जुलाई को एसटीएफ को महाराष्ट्र कैडर का आईपीएस अधिकारी बनकर मोहन श्याम कल्याणदास ज्वेलर्स से आभूषणों की ठगी की थी। इस सिलसिले में महानगर थाने में मामला दर्ज कराया गया था। इस मामले का खुलासा करने के लिए एसटीएफ को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।
 
उन्होंने बताया कि सूचना संकलन के दौरान एसटीएफ को सूचना मिली कि महाराष्ट्र कैडर का आईपीएस अधिकारी बनकर लखनऊ के महानगर इलाके में स्थित मोहन श्याम कल्याणदास ज्वेलर्स से करोड़ों रुपए के सोने के आभूषणों की ठगी करने वाला व्यक्ति मुंबई भागने के प्रयास में है। इस सूचना पर उपनिरीक्षक शिवनेत्र सिंह के नेतृत्व में महानगर थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह मय हमराही पुलिस बल की संयुक्त टीम ने बताए गए स्थान पहुंचकर वांछित ठग अलीगंज निवासी राजीव सिंह को शुक्रवार शाम गिरफ्तार कर लिया।

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प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार ठग के कब्जे से 96 सोने के आभूषण जिन का कुल वजन 5.743 किलोग्राम है, बरामद किए। बरामद आभूषणों की कीमत करीब 3 करोड़ रुपए है। इसके अलावा ढाई हजार रुपए, 2 मोबाइल, 1 पहचान पत्र (डीसीपी क्राइम ब्रांच मुंबई, महाराष्ट्र) बरामद किया। गिरफ्तार बदमाश ने पूछताछ पर बताया कि वर्ष 2003 में इसकी माता अपने सहेली के साथ मोहन श्याम कल्याणदास ज्वेलर्स अमीनाबाद, लखनऊ पर स्वर्ण आभूषण खरीदने जाया करती थीं। धीरे-धीरे इन लोगों का आपस में अच्छे संबंध हो गए। उसके बाद वर्ष 2005 में यह भी मोहन उस ज्वेलर्स की दुकान पर आने जाने लगा। उसके पिता पुलिस विभाग में कार्यरत थे तथा सीतापुर से वर्ष 2014 में रिटायर हुए हैं। कुछ समय बाद यह अपने आप को महाराष्ट्र कैडर का आईपीएस अधिकारी बताने लगा जिनके कारण मोहन श्याम कल्याणदास ज्वेलर्स गोल मार्केट, महानगर लखनऊ के मालिक नितेश रस्तोगी से इसके भी प्रगाढ़ संबंध हो गए।
 
उन्होंने बताया कि इसी कारण इसके द्वारा वर्ष 2020 के माह जुलाई में 67 लाख एवं माह दिसंबर में 1.95 करोड़ के स्वर्ण आभूषण खरीदे गए। जिसके एवज में ज्वेलर्स गोल मार्केट महानगर को दिसम्बर 2020 में सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के 7 अलग-अलग धनराशियों के पोस्ट डेटेड चेक (3 करोड़ 17 लाख रुपए के) दिए, लेकिन ज्वेलर्स को कोई न कोई बहाना बताकर बैंक में भुगतान के लिए चेक लगाने के लिए मना करता रहा जिसके कारण सभी चेक टाइम बार्ड हो गए। ज्वेलर्स द्वारा कई बार फोन पर बात करने का प्रयास किया गया तो इसके द्वारा कोई न कोई बहाना बना दिया जाता था तथा इसके द्वारा अपने को आईपीएस अधिकारी होने का रौब दिखाते हुए ज्वेलरी वापस करने एवं पैसा देने से मना कर दिया गया।

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प्रवक्ता ने बताया कि उसके बाद इस ठग के खिलाफ लखनऊ के थाना महानगर में मुकदमा दर्ज कराया गया गया था और तभी से फरार चल रहा था। उन्हेंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी को महानगर थाने में दाखिल करा दिया। आगे की विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।(वार्ता)

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