कानपुर देहात। कानपुर देहात में थाना अकबरपुर कार्यवाही ना होने से नाराज बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। वही थाने में चल रहे बजरंग दल के धरने की जानकारी होते ही मौके पर क्षेत्राधिकारी अकबरपुर भी पहुंच गए और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत कर वह कार्रवाई का आश्वासन देते हुए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को शांत कराया। तब जाकर कहीं उन्होंने धरना समाप्त किया।
अभद्रता का लगाया आरोप - बजरंग दल के जिला संयोजक गौरव शुक्ला ने बताया कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को सूचना मिली थी कि गाय से लदी 2 गाड़ियां आ रही है। इसकी जानकारी तत्काल थाना प्रभारी अकबरपुर को दी गई लेकिन उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि डायल 112 पर सूचना कर दीजिए।
बजरंग दल की टीम ने 112 पर सूचना कर रात में 11:30 बजे एक गाड़ी पकड़ी ली गई जिसे पकड़ कर अकबरपुर थाने लाया गया। जब हम सभी लोगों ने पूछताछ करी तो पता चला कि गाड़ियों में गाय को राजस्थान से पश्चिम बंगाल ले जाया जा रही थी। इसके तुरंत बाद इंस्पेक्टर साहब बोले कि पश्चिम बंगाल में गाए पाली जाती है। इस पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं व मैंने कहा कि वहां पर गाय पाली नहीं बल्कि काटी जाती है।
इंस्पेक्टर साहब तुरंत बोले कि लड़की की शादी कर दी जाती है। उसके शादी के बाद ससुराल में लड़की मारी जाती है, काटी जाती है, उस पर निर्भर करता है और उनकी इस बात का जब कार्यकर्ताओं ने विरोध किया तो वह अभद्रता पर उतारू हो गए और फर्जी मुकदमा लिख कर जेल भेजने की धमकी देने लगे।
इसके बाद हम सभी कार्यकर्ता शांति पूर्व वहां से चले जाएं और सुबह हम लोगों ने संगठन के माध्यम से थाना अकबरपुर के परिसर में बैठकर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ किया और क्षेत्राधिकारी साहब को ज्ञापन भी दिया है।
गौरव शुक्ला ने बताया कि क्षेत्राधिकारी साहब से हम ने मांग की है कि ऐसे इंस्पेक्टर साहब को जो हम लोगों के साथ खड़े नहीं हो सकते गाय को पकड़ नहीं सकते गौवंश को बचा नहीं सकते हैं उनको तुरंत सस्पेंड किया जाए।
क्या बोले क्षेत्राधिकारी : क्षेत्राधिकारी प्रभात कुमार ने बताया कि आपस में मिसअंडरस्टैंडिंग का मामला था। पूरी बात सुनने के बाद ने आश्वासन दिया गया है कि नियमिता जो कार्रवाई बनती होगी वह होगी। वह संतुष्ट हो गए उनके द्वारा किसी प्रकार कोई हंगामा नहीं किया गया है। थाना प्रभारी के ऊपर जो भी आरोप लगाए गए हैं उन सभी आरोपों की जांच होगी अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो नियमित कार्रवाई की जाएगी।