मेरठ की दिलकश वोटर लिस्ट की 'क्वीन' बन गई, आप चाहें तो इसे शहजादी भी कह सकते हैं। यह मामला है पर बहुत दिलकश, इतना कि आप हैरत में पड़ जाएं। कुछ लोग इसे हैरत अंगेज कारनामा भी बता रहे हैं। मामला मेरठ कैंट विधानसभा बूथ नम्बर 264 का है।
इस बूथ की अनुभाग संख्या 2 साउथ एंड रोड भूसा मंडी के एक ही पते पर दिलकश का नाम और फोटो पंजीकरण संख्या के साथ 10 जगह अंकित है। यानी महिला एक पता एक फोटो भी वहीं लेकिन वोट दस।
सीधे-सीधे यह सरकारी लापरवाही का मामला है ही, लेकिन सवाल यह भी है कि वोट बनवाने के लिए एक महिला ने 10 फार्म कैसे भर दिए और क्यों भरे या किसने भरवाए।
इससे बड़ी बात यह है कि आम आदमी को अपना नाम वोटर लिस्ट में चढ़वाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इसके लिए फार्म नम्बर 6 भरा जाता है, जिसका सत्यापन प्रारंभिक स्तर पर बीएलओ करता है और दिए पते पर जाकर तस्दीक करता है कि प्रार्थी उस पते पर रहता भी है या नहीं। इसके बाद दस्तावेजों को कई स्तरों पर चेक किया जाता है, ऐसे में एक ही महिला का वोटर लिस्ट में 10 जगह नाम और फोटो होना हैरत में डालता है।
खास बात यह है कि वोटर लिस्ट के एक ही पन्ने पर दिलकश के अलग-अलग पंजीकृत संख्या से 10 कालम घिरे हुए हैं यानी एक पन्ने पर उसका 10 जगह फोटो है। हालांकि जिले में डुप्लेक्सी के 313 मामले संज्ञान में आए हैं, लेकिन इनमें भी कोई ऐसा मामला नहीं है, जिसमें एक ही व्यक्ति के 10 वोट और फोटो हों।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मेरठ जिले के 2947 बूथों पर बीते रविवार को मतदाता विशेष अभियान चल रहा है। इस अभियान के तहत चैकिंग के दौरान एक वोटर लिस्ट में, एक ही महिला का 10 जगह नाम होने से हड़कंप मच गया। इसकी सूचना मिलते ही बूथ पर अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सुरेश जैन ऋतुराज पहुंच गए और उन्होंने अपनी आपत्ति दर्ज करवाई है।
मेरठ कैंट विधानसभा बूथ संख्या 264 पर भूसा मंडी साउथ एंड रोड पर मकान संख्या 240 पर याकूश की बेटी दिलकश नाम की महिला के 10 वोट बने हुए हैं। मतदाता संख्या 937 ,938, 940, 942, 943, 944, 945, 946, 947, 948 पर एक ही नाम और एक ही फोटो है। मेर छावनी मंडल प्रभारी व यूपी अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य ऋतुराज और उनकी टीम एक ही महिला के 10 वोट एक ही फोटो और एक ही पते पर देखकर आश्चर्य चकित रह गई और इसकी शिकायत उन्होंने भाजपा कार्यालय और प्रशासन से करने का मन बना लिया है।
ऋतुराज का कहना है कि उनके राजनीतिक करियर में यह पहला मामला आया है जो अत्यंत गंभीर है। मेरठ डीएम ने भी मामला गंभीर मानते हुए जांच की बात कहीं है, वही वोटर लिस्ट में 10 जगह नाम होने वाली महिला के परिवार का भी कहना है कि इसकी जांच होनी चाहिए।