मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग से प्रोफेशनल डिग्री पा सकते हैं छात्र

हिमा अग्रवाल
बुधवार, 6 नवंबर 2024 (00:17 IST)
मेरठ। यदि आप किसी कारणवश अपनी शिक्षा पूर्ण नहीं कर पा रहे हैं, प्रोफेशनल डिग्री नहीं ले पाए हों तो मायूस होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यूजीसी ने अब आपको ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग के तहत घर बैठ शिक्षा पाने का मौका दिया है। इसी कड़ी में मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में को एकसाथ 11 कोर्स ओडीएल यानी ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग देने का अवसर मिला है जिसके चलते यह उत्तरप्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है, जो एकसाथ 11 कोर्स शुरू कर रहा है।ALSO READ: डबल इंजन की सरकारें छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश को तेजी से लेकर जा रही विकास की राह पर: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
 
यूजीसी ने लखनऊ में 2 और छत्रपति शिवाजी विश्वविद्यालय को 5 कोर्स शुरू करने की स्वीकृति प्रदान की है। मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला के मुताबिक यूजीसी ने विश्वविद्यालय को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा मोड में मान्यता दे दी है। अब यहां से स्टूडेंट डिस्टेंस लर्निंग कोर्स कर सकेंगे। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले और कामकाजी लोगों को घर बैठे कार्स करने का फायदा मिलेगा।
 
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू), मेरठ ने अपने उच्च शैक्षणिक गुणवत्ता और समर्पण के कारण विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) कार्यक्रमों के तहत 11 नए पाठ्यक्रम शुरू करने की स्वीकृति प्राप्त की है। इससे छात्रों को लचीले और सुलभ शिक्षा का अवसर मिलेगा। अब मेरठ सीसीएस यूनिवर्सिटी में बीबीए, एमए शिक्षा शास्त्र, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, एमसीए, एमकॉम, एमबीए मार्कटिंग, फाइनेंस, हयूमन रिसोर्स कराए जाएंगे।ALSO READ: छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2024 में विभिन्न अलंकरणों से सम्मानित होने वाले विभूतियों के नाम हुए घोषित
 
सीसीएसयू की उच्च शैक्षणिक गुणवत्ता और रैंकिंग : चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक गुणवत्ता के मानकों में लगातार सुधार करते हुए उल्लेखनीय रैंकिंग और मान्यता प्राप्त की है। सीसीएसयू को नैक ए प्लस प्लस द्वारा उच्च ग्रेडिंग प्राप्त है, जो विश्वविद्यालय के शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रमाण है।
 
यूजीसी द्वारा ओडीएल कार्यक्रमों के लिए अनुदान और अनुमोदन प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक था कि विश्वविद्यालय कम से कम ग्रेड-1 श्रेणी में आता हो और नैक द्वारा दी गई रैंकिंग में उसकी स्थिति अच्छी हो। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने इन मानकों को पूरा करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में अपनी साख बनाई है और इसी कारण इसे 11 ओडीएल पाठ्यक्रमों के संचालन की अनुमति प्रदान की गई है।ALSO READ: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मजबूत हुई अयोध्या की अर्थव्यवस्था
 
ओडीएल के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का विस्तार : सीसीएसयू अब उत्तरप्रदेश के अन्य प्रमुख विश्वविद्यालयों जैसे लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ, छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के साथ उन विश्वविद्यालयों की श्रेणी में आ गया है जिन्हें यूजीसी से ओडीएल कार्यक्रम संचालित करने की स्वीकृति प्राप्त है।
 
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय को सबसे अधिक 11 विषयों की अनुमति मिली है। यूजीसी का ओडीएल के प्रति विजन यह है कि शिक्षण प्रणाली अधिक समावेशी और लचीली हो ताकि छात्रों को अपनी सुविधा अनुसार अध्ययन करने का अवसर मिले और उन्हें उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त हो।ALSO READ: AIIMS में भर्ती प्रख्यात लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक
 
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय विभिन्न जिलों में अध्ययन केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है, जहां छात्रों को मार्गदर्शन, परीक्षाओं की सुविधा और अन्य शैक्षणिक संसाधन आसानी से उपलब्ध हो जाएं। विश्वविद्यालय का प्रयास है कि स्थानीय उद्योगों और संगठनों के साथ साझेदारी करके छात्रों को व्यावहारिक अनुभव के साथ रोजगारपरक शिक्षा प्रदान कर सकें ताकि छात्र भविष्य में सफलता के नए आयाम लिखें।

कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला का मानना है कि इस पहल के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रदेश के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा का विस्तार करेगा जिससे एक समावेशी और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रणाली का निर्माण होगा। 
 
Edited by: Ravindra Gupta

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