हरिओम वाल्मीकि की नृशंस हत्या ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है।
उनके परिवार की आंखों में दर्द के साथ एक सवाल था - क्या इस देश में दलित होना अब भी जानलेवा गुनाह है?
उत्तर प्रदेश में प्रशासन पीड़ित परिवार को डराने में जुटा है। उन्होंने परिवार को मुझसे मिलने से रोकने की… pic.twitter.com/6a8mglGb8M