वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक व्यक्ति ने पत्नी के चरित्र पर संदेह होने पर उसकी हत्या कर दी तथा शव घर के आंगन में दफन कर दिया और जब उसके नाबालिग बेटे को दिल दहला देने वाली इस घटना का पता चला तो आरोपी पिता पकड़े जाने के डर से फरार हो गया।
पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि घटना लोहता क्षेत्र के भिटारी गांव की दलित बस्ती में सोमवार को हुई जब खिलौना कारीगर राजेंद्र प्रसाद ने अपनी पत्नी आशा देवी के चरित्र पर संदेह होने के बाद उसकी हत्या कर दी। मृतका की आंखें निकाल ली गई थीं तथा मुंह में कपड़े ठुंसे हुए थे। मृतका के तीन बेटे और एक बेटी हैं। बेटी की शादी हो चुकी है। तीनों बच्चें मजदूरी करते हैं।
उन्होंने कहा कि राजेंद्र ने आशा के मुंह में कपड़े ठूंसकर सिर पर किसी वजनी चीज से वार कर हत्या कर दी। मृत्यु के बाद अपने आंगन में गड्डा खोद कर शव को दफ़न कर रहा था तभी 13 साल का उसका सबसे छोटा बेटा अमर कहीं से आ गया। शव को दफ़न कर फावड़े से मिट्टी पाट रहे पिता से उसने मां के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
पिता ने बताया कि वह ज्वेलरी की दुकान पर गई है। अमर ने संदेह होने पर पिता से आंगन में मिट्टी पाटने का कारण पूछा तो आरोपी साइकिल लेकर फरार हो गया। इसके बाद बेटे ने फावड़े से मिट्टी हटाई तो उसमें मां का क्षतविक्षत शव पड़ा मिला।
अमर के रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंच गए। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। इस आधार पर जांच अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंच गए तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी को पत्नी के चरित्र पर संदेह था। इस वजह से आए दिन दोनों के बीच झगड़े होते रहते थे। आसपास के लोग भी दोनों के झगड़े के बीच आमतौर पर बीच-बचाव करने नहीं आते थे। उन्होंने बताया कि अभियुक्त राजेंद्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। (वार्ता)