वसंत पंचमी के दिन दान करें ये स्टेशनरी सामान, मां शारदा देंगी कला, लेखन और वाणी का वरदान

Webdunia
शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2022 (11:12 IST)
Vasant panchami 2022: 5 फरवरी 2022 शनिवार को बसंत पंचमी पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन मां सरस्वती (Goddess Saraswati) की पूजा के साथ ही कुछ चीजों का दान भी किया जाता है। आओ जानते हैं शुभ दान।
 
 
- माता सरस्वती विद्या, वाणी, स्वर, ललित कला, गायन, वादन, लेखन और संगीत की देवी हैं। माता की पूजा और आराधना के साथ ही उक्त विद्या से जुड़ी वस्तुओं को दान करने से माता प्रसन्न होकर वरदान देती है। 
 
- इस दिन प्रातः काल स्नान के बाद पीले वस्त्र पहनकर धूप दीप, नैवेद्य व लाल रोली से से माता की पूजा अर्चना की जानी चाहिए। पीले व मीठे चावलों का भोग लगाना चाहिए। 
 
- वाणी, शिक्षा एवं अन्य कलाओं की अधिष्ठात्री देवी मां की आराधना छात्रों को अवश्य करनी चाहिए। इस दिन कण्ठ में सरस्वती को स्थापित किया जाता है। स्वर, संगीत, ललित कलाओं, गायन वादन, लेखन यदि इस दिन आरंभ किया जाए तो जीवन में सफलता अवश्य मिलती है।
 
- यदि आप कला, संगीत, गायन या लेखन के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो इस दिन गरीब बच्चों को या छात्रों को स्टेशनरी का सामान जरूर दान करना चाहिए।
 
- इस दिन खासकर स्कूलों में सरस्वती पूजा होती है वहां जाकर भी शिक्षा से जुड़े सामान दान कर सकते हैं। जैसे, कलम, दवात, कॉपी, पेन या अन्य कोई सामान। शिक्षण स्थलों पर जाकर लेखन-पठन सामग्री का विद्यार्थियों के मध्य वितरण कर इस पर्व को अपने लिए विशेष बना सकते हैं। दूसरों के जीवन में वसंत खिलाना भी वसंत का एक अर्थ है।
 
- स्टेशनरी के सामान में कॉपी, किताब, पेन, पेंसिल, रबर, ड्राइंग कॉपी, कलर बॉक्स, स्केल, ज्यॉमेट्री बॉक्स, कलर पेकर, क्रॉफ्ट पेपर, शीट, स्टेशनरी पेपर, कंपास, बैग, कॉपी किताब कवर रोल आदि में से आप जो भी दान करना चाहें कर सकते हैं। 
 
- वेद में कहा गया है कि 'वसंते ब्राह्मण मुपनयीत।' अर्थात वेद अध्ययन का भी यही समय है। किसी भी तरह के अध्ययन के प्रारंभ के लिए इसे उपयुक्त दिन माना गया है। इस दिन प्रात:काल तेल-उबटन लगाकर स्नान करना चाहिए और पवित्र वस्त्र धारण करके भगवान विष्णु का विधिपूर्वक पूजन करना चाहिए।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Mokshada ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी कब है, क्या है श्रीकृष्‍ण पूजा का शुभ मुहूर्त?

Surya in vrishchi 2024: सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर, 4 राशियों के लिए बहुत ही शुभ

दत्तात्रेय जयंती कब है? जानिए महत्व

विवाह पंचमी कब है? क्या है इस दिन का महत्व और कथा

काल भैरव जयंती पर करें मात्र 5 उपाय, फिर देखें चमत्कार

सभी देखें

धर्म संसार

रावण का भाई कुंभकरण क्या सच में एक इंजीनियर था?

Aaj Ka Rashifal: 19 नवंबर का दिन, किसके बनेंगे बिगड़े काम, आज किसे मिलेगा धनलाभ

19 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

19 नवंबर 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

वर्ष 2025 में गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त कौन कौनसे हैं?

अगला लेख