शुभता चाहिए तो ऐसे बचें वास्तु दोष से

पं. प्रणयन एम. पाठक
* शुभता चाहिए तो जानें वास्तु की 12 बातें... 


 
मकान, दुकान या प्लॉट खरीदने से पहले उसके चारों ओर की बनावट, वातावरण और मूलभूत ढांचे की समीक्षा कर लेनी चाहिए। भूमि का चयन करना इतना आसान नहीं है जितना कि लोग समझते हैं।

जिस जगह वास्तु कार्य होना है, उस जगह के वातावरण के साथ पानी की व्यवस्था का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।
 
1. वास्तु के स्थान पर गंदा नाला, वर्कशॉप आदि नहीं होना चाहिए।

 
2. किसी भी गली या आवास स्थल की कतार में अंतिम मकान कभी नहीं खरीदना चाहिए। सड़क के किनारे बना हुआ मकान भी शुभ नहीं होता है।

 
 

 

3. तीन कोणों से युक्त तिकोनी भूमि कभी नहीं खरीदना चाहिए। एक तरफ अधिक चौड़ा एवं एक तरफ कम चौड़ा भी अशुभ होता है।
 

 
4. हवा, पानी, प्रकाश, चौड़ी गली तथा अपने नाम राशि के अनुकूल नगर एवं कॉलोनी में ही बसना चाहिए।
 

 
5. ढलान वाले स्थान, डूब वाले स्थान में मकान नहीं बनाना चाहिए।

 
6. किचन, गार्डन, फव्वारा आदि मुख्य द्वार के सामने नहीं बनाना चाहिए।

 
 

 


7. मुख्य द्वार के सामने बाउंड्री वॉल नहीं होना चाहिए।

 
8. सार्वजनिक टंकी की छाया घर पर पड़े तो वह मकान निवास करने योग्य नहीं होता।

 
9. दो बड़े मकानों के बीच में एक छोटा मकान हो तो छोटा मकान रहने वालों के लिए हानिकारक होता है।

 
 


 


10. मकान के आसपास मंदिर, मस्जिद, मीनार या नाला शुभ नहीं है।

 
11. मकान से 1,800 फुट के अंदर मंदिर, मस्जिद, धर्मशाला, स्कूल, कॉलेज नहीं होना चाहिए। मकान के मुख्य द्वार के सामने शिव, विष्णु, दुर्गा का मंदिर भी नहीं होना चाहिए।

 
12. भवन निर्माण के सभी कार्य एवं लेन-देन जहां तक हो सके शुभ महीने, शुभ वार, शुभ तिथि को ही करना चाहिए एवं योग्य ज्योतिषी की सलाह से ही कार्य करें।
 

Show comments

ज़रूर पढ़ें

महाकुंभ में अघोरियों का डेरा, जानिए इनकी 10 खास रोचक बातें

बुध का मकर राशि में गोचर, 3 राशियों की नौकरी पर होगा सकारात्मक असर

कुंभ मेला 2025: महाकुंभ और युद्ध का क्या है संबंध?

मंगल करेंगे मिथुन राशि में प्रवेश, 5 राशियों को मिलेगी खुशखबरी

Gupta navaratri: माघ माह की गुप्त नवरात्रि कब से होगी प्रारंभ, क्या है इसका महत्व?

सभी देखें

नवीनतम

25 जनवरी 2025 : आपका जन्मदिन

25 जनवरी 2025, शनिवार के शुभ मुहूर्त

मोदी सहित बड़े राजनीतिज्ञों के भविष्य के बारे में क्या कहते हैं ज्योतिष?

shattila ekadashi 2025: षटतिला एकादशी व्रत 2025 का पारणा मुहूर्त क्या है?

चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण के बीच 15 दिन का फासला, घट सकती है बड़ी घटना

अगला लेख