* शयन कक्ष में जल तत्व से संबंधित कोई सामग्री या प्रतीक नहीं होना चाहिए। ऐसी तस्वीरें जिनमें नदी, सागर या जल स्रोत चित्रित हो तो उसे नहीं लगाएं।
* द्रव्य पदार्थ से भरी सामग्री भी इस कक्ष में नहीं रखें या बहुत कम रखें जैसे दुग्ध, शरबत की बोतल, शराब आदि।
* आपके सोने के स्थान के ठीक ऊपर पानी की टंकी हो तो उससे आपके जीवन में पृथकता, स्थिरता, निराशात्मकता, अकर्मण्यता, ठंडापन आने की आशंका रहती है। इस स्थिति में आपको छत के नीचे कृत्रिम छत या कपड़ा, लकड़ी आदि लगाना चाहिए।
ऐसी कोई वस्तु लगाना चाहिए जो कि पलंग के ऊपर रहे। ऐसी अवस्था में मच्छरदानी लगाकर सोने से भी उसके दुष्परिणाम में कमी आती है।
* इस कक्ष में स्नेह द्योतक चित्रों का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। प्रेम करते हंसों का जोड़ा, आलिंगन युक्त मछलियां, अन्य पक्षी या पशुओं का चित्र जो कि हिंसक नहीं हो तथा परस्पर स्नेह की मुद्रा में हो, उनका भी उपयोग इस कमरे में करने से अच्छी नींद का सुख मिलता है।
* फेंगशुई में पुष्प से अग्नि तत्व की ऊर्जा उत्पन्न होती है, ऐसा माना जाता है। इसलिए शयन कक्ष में इनको नहीं रखना चाहिए।
पुष्प के इस कक्ष में रहने से नींद कम आती है, लेकिन दाम्पत्य जीवन में नीरसता या रोमांस में कमी प्रतीत हो तो इस कक्ष में फूल उपयोगी सिद्ध होते हैं ।